ये चुस्की भगाती है डायबिटीज
- वर्ल्ड डायबिटीज डे स्पेशल
- ग्रीन टी का बढ़ा क्रेज, कई बीमारी में करती है बचाव GORAKHPUR : चाय की चुस्की के बिना किसी की सुबह नहीं होती तो किसी की शाम नहीं कटती। कोई मीटिंग या पार्टी, शुरुआत चाय से ही होती है, मगर चाय से होने वाली डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी ने इसे दूर करना शुरू कर दिया था। जब बीमारी का खतरा मंडराया तो चाय के शौकीनों ने टेस्ट और कलर बदलकर चाय की चुस्की लेना शुरू कर दिया। पिछले पांच सालों में ग्रीन टी का क्रेज कई गुना बढ़ गया है। ग्रीन टी न सिर्फ डायबिटीज बल्कि कई अनेक बीमारियों से भी दूर रखती है। फिटनेस कांशस गोरखपुराइट्स की यह पहली पसंद है क्योंकि इससे डायबिटीज और मोटापा दोनों का खतरा कम हो जाता है। महंगी जरूर, पर फायदेमंदजनरल स्टोर चलाने वाले जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि बदलाव के साथ दूध की चाय की जगह ग्रीन टी ने ले ली है। चार साल पहले ग्रीन टी लेने के लिए मेडिकल स्टोर की खाक छाननी पड़ती थी, मगर अब ग्रीन टी हर दुकान पर मौजूद है। सेल्स भी पिछले पांच साल की तुलना में कई गुना बढ़ गई है। अब अधिकांश फैमिली ग्रीन टी को ही प्रिफर कर रहे हैं। सीनियर फिजीशियन डॉ। एस श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रीन टी डायबिटीज के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें पॉलीफिनोल नामक मजबूत एंटी ऑक्सीडेंट बॉडी में फ्री रेडिकल्स को दूर कर ब्लड सुगर के लेवल को कंट्रोल करता है। इसमें विटामिन सी, पोटेशियम, आयोडीन, कॉपर और विटामिन बी की भरपूर मात्रा होती है। यह कोलेस्ट्राल और फैट को कंट्रोल करता है। एक रिसर्च के मुताबिक रेगुलर दिन में दो बार ग्रीन टी पीने से डायबिटीज के लेवल को 50 परसेंट तक कम किया जा सकता है।
लगातार बढ़ रहे डायबिटीज के मरीज सिटी में नहीं बल्कि कंट्री में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 35 की एज पार करने वाला हर तीसरा शख्स डायबिटीज से पीडि़त है, मगर हैरान करने वाली बात ये है कि अब इस बीमारी की कोई उम्र नहीं है। मपिछले पांच साल में इस बीमारी से पीडि़त बच्चों की संख्या काफी बढ़ गई है। पांच से 10 साल वाले बच्चों को भी डायबिटीज सता रही है। इस तरह के डायबिटिक मरीजों का इम्यून सिस्टम उनके अपनी सेल्स के विपरीत काम करता है। सिम्पटम्स - यूरिन अधिक होना - हमेशा प्यास महसूस होना - जल्द थकान होना - ज्यादा भूख लगना - तेजी से वेट लॉस होनाडायबिटीज के प्रकार
टाइप 1 - यह बच्चों तथा यंग एज ग्रुप के लोगों को होती है। टाइप 2 - यह 35 साल से अधिक एज ग्रुप के लोगों को होती है। डायबिटिक को हो सकती है ये बीमारियां - किडनी डैमेज - हार्ट अटैक - रेटिनोपैथी - सेक्सुअल डिसफंक्शन - पेट खराब - हमेशा एसीडिटी की प्रॉब्लम - पैरों में तकलीफ - नर्वस सिस्टम डैमेज के चांसेज ग्रीन टी है फायदेमंद 1-कैंसर में फायदा - ग्रीन टी कैंसर सेल को बढ़ने से रोकती है। 2-दिल को बनाए हेल्दी - ग्रीन टी पीने से मेटाबॉलिज्म का लेवल बढ़ता है। बॉडी में कोलेस्ट्राल की मात्रा संतुलित रहती है और ब्लडप्रेशर सामान्य रहता है। खून का थक्का भी नहीं जम पाता। 3-वेट लॉस होता है - ग्रीन टी पीने से पाचन शक्ति बढ़ जाती है। इसमें कैफीन होती है। इससे कैलोरी लॉस होती है। 4-कम होती है दुर्गध - ग्रीन टी में आक्सीकरण रोधी पॉलीफिनॉल होता है जो उन तत्वों को खत्म कर देता है जिससे मुंह से दुर्गध आती है। 5-हेल्दी स्किन - ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स स्किन की सेफ्टी करता है।6-तनाव कम - ग्रीन टी में मिलने वाला अमीनो एसिड तनाव को कम करता है।
7-कोल्ड भगाएं - ग्रीन टी में मौजूद विटामिन सी सर्दी के इलाज में मदद करता है। 8-हड्डियां रहे मजबूत - ग्रीन टी में उच्च फ्लोराइड केमिकल मिलता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। डायबिटीज अधिकांश लोगों को होती है। इससे बचने का सिर्फ एक साधन है अवेयरनेस। डायबिटिक पेशेंट को डॉक्टर की एडवाइस के अनुसार ही चलना चाहिए। चाहे वह डाइट के लिए हो या चेकअप के लिए। पेशेंट को हमेशा अन्य डिजीज से खतरा बना रहता है। डॉ। सुधांशु शंकर, सीनियर फिजीशियन ग्रीन टी का क्रेज पिछले दो-तीन साल से अचानक बढ़ा है। पहले ग्रीन-टी के पैकेट महीनों रखे रहते थे, मगर अब डेली दो से तीन पैकेट की सेल हो रही है। ग्रीन टी की डिप के साथ चायपत्ती भी आ रही है। मार्केट में एक डिप की कीमत 5 से 10 रुपए के बीच है। शिव कुमार, व्यापारी