फ्री में कुछ नहीं मिलता है. हर चीज की कीमत तो चुकानी पड़ती है. अगर आपको कोई घर बैठे कमाई कराने का ऑफर दे तो सावधान हो जाएं. क्योंकि अब आपके साथ कुछ गलत होने वाला है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। सोशल मीडिया पर फ्रॉडस्टर द्वारा तैयार किए कई लुभावने ऑफर बार-बार शो करते रहते हैं। जो इसमे फंसा उसकी जेब कटनी तय है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से चलाए जा रहे फेक फ्रेंड कैंपेन में स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज में हुई वर्कशॉप ये बातें सामने आईं। एसपी क्राइम इंदूप्रभा सिंह, साइबर थाने के एसआई उपेन्द्र कुमार सिंह और साइबर एक्सपर्ट शशिकांत जायसवाल ने बच्चों से कई इंपॉटेंट बातें शेयर कीं। कुछ ही घंटों में हजारों कमाएं


एक्सपर्ट ने बताया, सोशल मीडिया पर इन दिनों ढेरों ऑफर शो करते हैं, जैसे दो घंटे में घर बैठे 2 हजार रुपए कमाएं। इसमें बताया जाता है कि नटराज की पेंसिल पैक करनी होगी, जिसके बदले कुछ पैसे देने की बात कही जाती है। इसके बदले फ्रॉडस्टर आपसे सारी डिटेल ले लेता है। आप सही से सोचेंगे तो आपको पता चलेगा कि नटराज की पेंसिल के रेट से अधिक कमाई आखिर कोई कैसे करा सकता है। जो लोग बिना सोचे समझे ऐसे विज्ञापन के चक्कर में पड़ते हैं, उनके साथ फ्रॉड होता है। कोई कार जिताए तो अक्ल लगाएं

एक्सपर्ट ने बताया कि कई बार आपके नंबर पर कॉल आती है, उसमे बताया जाता है कि आप कार या पैसे जीत गए हैं। इसके बाद वह प्रॉसेस के नाम पर आपसे बैंक का डिटेल ले लेते हैं, साथ ही आपसे पैसे भी जमा करा लेते हैं। जब आप अपना पैसा गंवा देते हैं तब आपको गलती का अहसास होता है। एक्सपर्ट ने बताया कि जब आपने कोई लॉटरी खेली नहीं या फिर कहीं कोई दांव लगाया नहीं फिर आप कुछ भी कैसे जीत गए। सबसे पहले आपको यह सोचना चाहिए। इस तरह पकड़वा सकते हैं साइबर क्रिमिनल । आपके पास कोई लिंक आता है तो उसका पेज खोलें।। पेज पर कॉपी यूआरएल लिंक होता है उसे जरूर कॉपी करें।। यूआरएल लिंक को नोटपैड या पैरेंट््स के आईडी में पेस्ट कर दें।। अब यह यूआरएल लिंक साइबर सेल के एक्सपर्ट को देंगे तो क्रिमिनल्स पकडऩा आसान होगा।- यूआरएल होगा तो आईडी बंद होने के बाद भी क्रिमिनल्स पकड़ा जाता हैकुछ ध्यान देने वाली बातें। अपने मोबाइल, लैपटाप में अच्छा एंटी वायरस जरूर रखें।। ऐसे वेबसाइट पर क्लिक ना करें, जिससे आप अंजान हों।। अंजान से फ्रेंडशिप ना करें।इन बिंदुओं पर चेताया । सेक्सटार्शन। सोशल मीडिया। एआई। फेक फ्रेंड

बढ़ते साइबर क्राइम को अवेयरनेस से ही रोका जा सकता है। बच्चे अवेयरनेस के लिए सबसे अच्छा माध्यम होते हैं। यहां पर जो भी बच्चा जो कुछ भी सीखा है उसे आगे भी शेयर करेगा।इंदूप्रभा सिंह, एसपी क्राइमस्टूडेंट मोबाइल और इंटरनेट की काफी जानकारी रखते हैं। यही सबसे अधिक एक्टिव भी रहते हैं। इसलिए स्टूडेंट को अवेयर करना सबसे अधिक जरूरी है। उपेन्द्र कुमार सिंह, एसआई, साइबर क्राइम थाना इम्पॉर्टेंट फैक्ट1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov in 140 करोड़ है इंडिया की पॉपुलेशन 90 करोड़ मोबाइल इंटरनेट यूजर 306 मामले 2019 में दर्ज 1102 मामले 2020 में दर्ज1376 मामले 2021 में दर्ज(नोट: देशभर के बच्चों के खिलाफ दर्ज हुए साइबर अपराध नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार हैं.)

Posted By: Inextlive