बैटरी चोर पकड़े गए तो खुले कई पुराने राज
- आरपीएफ की एक्टिवनेस से हत्थे चढ़ा बैटरी चोर गैंग
- बैटरी चोरी की पांच घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम, सारा माल बरामद GORAKHPUR : 7 अप्रैल को यार्ड में खड़ी गोरखपुर-एलटीटी एक्सप्रेस की बैटरी चोरी के मामले में आरपीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। घटना के महज तीन दिनों के अंदर उन्होंने बैटरी चोरी करने वाले शातिर गिरोह को धर दबोचा है। इसमें माल खरीदने वाले फैक्ट्री मालिक समेत 8 लोगों को गिरफ्त में ले लिया गया है, वहीं घटना का मास्टर माइंड मौके से फरार होने में कामयाब रहा। पकड़े गए चोरों के पास से एलटीटी से गायब हुई ख्7 बैटरियों के साथ पुरानी गायब हुई बैटरियां भी बरामद की गई हैं। सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। ज्वाइंट ऑपरेशन से मिली कामयाबीअसिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर अनिरुद्ध चौधरी की अगुवाई में डिफरेंट एरियाज से सिपाहियों को इकट्ठा कर स्पेशल ऑपरेशन टीम बनाई। इसमें प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार, दुर्गेश कुमार, जगत नारायण मिश्र, अमरनाथ के साथ उनके साथियों को शामिल किया गया। इन्हें गोरखपुर से लेकर गोंडा तक के बीच एक्टिव कर दिया गया। वहीं एसएसपी के सहयोग से सहजनवां और गीडा पुलिस चौकी की भी हेल्प ली गई। टीम ने तीन दिनों तक दिन रात गश्त की। इस बीच पता चला कि गीडा स्थित कृतिका लेड मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड ने बड़ी तादाद में बैटरियां परचेज की हैं, पुलिस और आरपीएफ की टीम ने सिविल ड्रेस में वहां जाकर जांच की तो ट्रेन से गायब हुई बैटरियां मिल गई। मौके से आरपीएफ ने फैक्ट्री मालिक राजेश कुमार सिंह समेत 8 अभियुक्तों को धर दबोचा।
क्0 लाख रुपए का माल बरामद अनिरुद्ध चौधरी ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान फैक्ट्री में रिसीवर ने कुछ बैटरियों को तोड़कर रांगा निकालकर उसे एंगल का रूप दे दिया था, जिसका वजन करीब क्म्क्ख् किग्रा है। वहीं बैट्रियां, बैट्री बॉक्स और ख्ख् बोरियों में बेट्री लेड प्लेस मय सेपरेटर, जिनका वजन करीब क्ख्00 किलो हैं, बरामद की गई। उन्होंने बताया कि बरामद माल की कीमत करीब क्0 लाख रुपए है। टीम की इस कामयाबी पर आरपीएफ आईजी ने टीम को भ्000 रुपए दिए हैं। पांच घटनाओं का हुआ खुलासाआरपीएफ की टीम के इस ज्वाइंट ऑपरेशन से पिछले एक साल में हुई पांच बैटरी चोरी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर ने बताया कि यह सभी अभियुक्त बैटरी चोरी में काफी दिनों से शामिल हैं और इन्होंने धर्मशाला यार्ड पर गोरखपुर-एलटीटी के साथ ही इंटरसिटी में से भी बैटरियां गायब की थीं। इसके साथ ही इन्होंने चुरेब, सहजनवां, जगतबेला में भी बैटरी चोरी की बात कबूली है। पूछताछ के दौरान चोरों ने बताया कि गोरखपुर-एलटीटी से वे धर्मशाला स्थित पैसेज से पिकअप पर लादकर बैटरी ले गए थे।
पैसेज बंद करने के लिए लिखा लेटर बैटरी चोरी के मामले को देखते हुए आरपीएफ एक्टिव हो गई है। उन्होंने इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन को लेटर लिखकर धर्मशाला के पास दो प्लेसेज पर अवेलबल पैसेज को बंद करने की डिमांड की है। उन्होंने यह साफ किया है कि इन रास्तों से बड़ी तादाद में पब्लिक गुजरती है, जिससे सिक्योरिटी में प्रॉब्लम होती है, इसलिए इन रास्तों को बिल्कुल बंद कर दिया जाए। वहीं पैसेंजर ट्रेंस को छोड़कर कोई और ट्रेन यहां न खड़ी की जाए। इनकी हुई गिरफ्तारी राजेश कुमार सिंह पुत्र पतिराज सिंह कन्हैया पुत्र घसीटे, कानपुर साबिर अली पुत्र मैनुद्दीन, संतकबीर नगर इरशाद पुत्र नियाज अहमद, संतकबीर नगर शाहिद अली पुत्र तसिरुल हसन, संतकबीर नगर राशिद अली पुत्र तसिरुल हसन, संतकबीर नगर रेहान पुत्र तसिरुल हसन, संतकबीर नगर कन्हैया लाल गुप्ता पुत्र रामदनी गुप्ता, इलाहाबाद