ठगी के विरोध में महिलाओं ने रोकी हाइवे की ट्रैफिक
- 2 घंटे में नेशनल हाइवे-29 पर लग गई सैकड़ों वाहनों की कतार
- एनएस से हटाए जाने के बाद किया थाने का घेराव - ठगी के आरोपियों ने 15 जुलाई तक 88 लाख 19 हजार रुपए वापस करने का किया वादा BADHALGANJ/DERVA: रियल इंडिया मल्टी सर्विसेज कंपनी में जमा किए रुपए वापस नहीं मिलने पर सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एनएच-29 पर उतर गई। कंपनी पर ठगी का आरोप लगाते हुए पटना चौराहे पर एनएच को जाम कर दिया। 2 घंटे के जाम में ही एनएच पर हजारों वाहन फंस गए। सीओ और तहसीलदार ने समझाकर जाम हटवाया तो महिलाएं थाने पर पहुंच गई। घंटों पंचायत हुई। कंपनी ने 15 जुलाई तक लोगों के 88 लाख 19 हजार रुपए वापस करना मंजूर किया। इसके बाद महिलाएं शांत हुई। जाम में एंबुलेंस भी फंसीठगी की शिकार महिलाएं कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने और तय तिथि पर पैसा नहीं मिलने से नाराज होकर एनएच पर उतर गई। बड़हलगंज के पटना चौराहे पर आवागमन बाधित कर दिया। दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक महिलाएं एनएच पर जमी रहीं। इस दौरान प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी उन्हें समझाते रहे लेकिन वे टस से मस नहीं हुई। जाम के कारण एनएच पर दोनों तरफ हजारों की संख्या में वाहन फंसे रहे। इसमें कुछ एंबुलेंस भी शामिल रही।
दी दुहाई अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए लोगों को समझाया लेकिन वे कार्रवाई पर अड़े हुए थे। अधिकारियों ने दुहाई दी कि वाहनों के फंसे होने से हजारों लोगों को परेशानी हो रही है। एंबुलेंस में मरीज परेशान हैं। काफी समझाने के बाद महिलाएं 3 बजे वहां से हटीं। लेकिन इसके बाद वे सीधे थाने पहुंच गई। थाने पर हंगामा थाने पर पहुंची महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। महिलाओं का कहना था कि वे कार्रवाई होने तक वहां से नहीं हटने वाली। हालात बिगड़ते देख महिला पुलिस भी बुला लिया गया। महिला थानाध्यक्ष शालिनी सिंह, थानाध्यक्ष बड़हलगंज बृजेश वर्मा, सीओ गोला अजय कुमार शर्मा, तहसीलदार शैलेन्द्र तिवारी मौके पर पहुंच गए। महिलाओं का आरोप था कि चिटफंड कंपनी रियल इन्डिया मल्टी सर्विसेज ने लगभग 3000 महिलाओं से बीमा के नाम पर करोड़ों रुपए जमा किए। 26 अप्रैल को थाने पर शिकायत की तो 27 मई तक पैसा देने की बात कही गई थी। लेकिन उनके रुपए वापस नहीं किए गए। कंपनी के लोग पैसे लेकर भागना चाहते हैं। गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ, मऊ, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थ नगर तक की महिलाओं से रुपए लिए गए हैं। शुरू हुई पंचायतइसके बाद पुलिस ने कम्पनी के शेयर होल्डर व डायरेक्टर डॉ। एएन चौबे को उनके आवास से उठा लिया। मेन डायरेक्टर श्रवन आर्य को भी साथ में बैठाया और उनसे रास्ता निकालने को कहा। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। सभी पक्षों को एक साथ बात कर तत्काल निर्णय करने को कहा गया। डायरेक्टर प्रथम श्रवन आर्य पुत्र स्व। रामबचन प्रसाद निवासी ग्राम सभा मिश्रौली संसारपार बड़हलगंज और द्वितीय पक्ष कंपनी के डायरेक्टर डॉ। एएन चौबे पुत्र स्व। मुन्नर चौबे निवासी निकट पटना चौराहा की ओर से थाने में तहसीलदार गोला व सीओ के सामने यह लिखित स्टैम्प पर तय हुआ कि 15 जुलाई 2016 तक दोनों मिलकर कुल 88 लाख 19 हजार रुपए का भुगतान पीडि़त महिलाओं को करेंगे। समझौते के बाद शाम 7 बजे महिलाएं थाना से हटीं।