- समस्या सुनने को तैनात हुई महिला पुलिस कर्मचारी

- महिलाओं की मदद के लिए शुरू की गई है व्यवस्था

GORAKHPUR: महिलाओं के साथ होने वाले क्राइम को रोकने के लिए एक जुलाई से जहां जागरुकता अभियान शुरू किया गया है। वहीं जिले के थानों पर महिला हेल्प डेस्क बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। महिला फरियादियों के लिए हर थाना पर हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है। एसएसपी ने बताया कि सभी थानों पर हेल्प डेस्क बनाने का निर्देश दिया जा चुका है। यदि कोई लापरवाही सामने आई तो संबंधित थानेदार के खिलाफ कार्रवाई होगी।

डेस्क पर महिला पुलिस कर्मचारी, साथ रखेंगी रजिस्टर

थानों पर दिनभर फरियादियों की भीड़ लगी रहती है। किसी समस्या के सामने आने पर लोग फरियाद लेकर थानों पर पहुंचते हैं। ऐसे में महिला फरियादियों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ता है। वह अपनी बातों को आसानी से पुरुष दरोगा और सिपाहियों से नहीं कह पातीं। इसको देखते हुए हर थाना पर महिला डेस्क बनाने का निर्देश दिया गया था। इसलिए हर थाना पर महिला डेस्क बनाया गया है। डेस्क पर तैनात महिला दरोगा, कांस्टेबल एक रजिस्टर लेकर बैठेंगी। थाने पर आने वाली हर महिला अपनी प्रॉब्लम रजिस्टर में लिखें, उसमें समाधान का जिक्र भी हो। यदि महिला पुलिस कर्मचारी के स्तर से समस्या का समाधान न हो तो सीनियर ऑफिसर को अवगत कराकर त्वरित न्याय दिलाया जाएगा।

यह जारी किए गए हैं निर्देश

हर थाना पर महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी।

हेल्प डेस्क पर महिला पुलिस कर्मचारियों की तैनाती होगी।

पुलिस कर्मचारी अपने पास एक रजिस्टर रखेंगी। उसमें ब्यौरा दर्ज होगा।

महिलाओं की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनकर उनके समाधान की कोशिश की जाएगी।

महिला क्यों और कैसे आई है। इसका जिक्र रजिस्टर में भी पूरी तरह से किया जाएगा।

रजिस्टर में महिला के प्रॉब्लम से संबंधित पूरी जानकारी दी जाएगी।

समय-समय पर समीक्षा करके इस पर हुई कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की जाएगी।

वास्तव में एक्शन हुआ है नहीं, इसकी मॉनीटरिंग सीनियर पुलिस अधिकारी करेंगे।

यह होगा फायदा

महिला फरियादियों को अपनी समस्या सुनाने में प्रॉब्लम नहीं आएगी।

थाना पर दिन में मौजूद हेल्प डेस्क कर्मचारी को अपनी तहरीर दे सकेंगी।

रजिस्टर में नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज होने से आसानी से पुलिस संपर्क कर लेगी।

महिला की पीड़ा सुनकर महिला कांस्टेबल अपने सीनियर को बताएंगी। इससे पूरी बात अफसर तक पहुंचेगी।

शर्म-लिहाज की वजह से अपरिचित पुरुष पुलिस कर्मचारियों से बात करने में तमाम महिलाएं झिझकती हैं।

जून माह में हुई प्रमुख घटनाएं

29 जून 2019: गुलरिहा एरिया में दावत पर पहुंचे युवक ने अपने दोस्तों संग मिलकर सगी बहनों से रेप का प्रयास किया। मारपीट के बाद मामला थाना पहुंचा।

23 जून 2019: सिकरीगंज एरिया के एक मोहल्ले में आठ साल की मासूम संग दूर के रिश्तेदार ने हाथ-पांव बांधकर रेप किया। अचेत हाल में छोड़कर फरार हुआ।

17 जून 2019: चिलुआताल एरिया में 10 साल की बच्ची संग फोर व्हीलर के ड्राइवर ने रेप किया। पब्लिक ने उसे पकड़कर पीटा, फिर पुलिस को सौंप दिया।

14 जून 2019: सिकरीगंज एरिया में सात साल की मासूम से रेप, मर्डर से सनसनी फैली, आरोपी गिरफ्तार।

13 जून 2019: गगहा एरिया में किशोरी संग पांच युवकों ने रेप किया। पहले समझौते का प्रयास हुआ। बाद में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।

8 जून 2019: झंगहा एरिया में एक दुकानदार ने टॉफी दिलाने के बहाने पांच साल की बच्ची संग बदसलूकी की। बच्ची की मां की सूचना पर पुलिस ने अरेस्ट किया।

महिलाओं के साथ हुए अपराध का आंकड़ा

वर्ष दहेज हत्या रेप

2019 14 20

2018 13 68

2017 14 42

वर्ष मर्डर अपहरण छेड़खानी महिला उत्पीड़न चेन स्नेचिंग शील भंग

2019 09 152 02 170 00 94

2018 17 230 00 170 01 132

2017 05 202 02 135 00 89

नोट: यह आंकड़ा मई माह तक तीन वर्ष का तुलनात्मक है।

वर्जन

हर थाना पर महिला हेल्प डेस्क बनाने का निर्देश पहले ही दिया जा चुका है। थानों पर आने वाली महिला फरियादियों की समस्या हेल्प डेस्क पर सुनी जाएंगी। उनके समाधान से संबंधित पूरा ब्यौरा रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। सीनियर ऑफिसर्स इसकी मानीटरिंग करेंगे ताकि महिला फरियादियों को न्याय मिल सके।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive