आंखों के सामने जिंदगी ने लगाई छलांग
- झंगहा के गौरी घाट की घटना, जाल डालकर हो रही तलाश
- अपने पति और तीन बच्चों के साथ मायके जा रही थी महिला GORAKHPUR : उसका भरा-पूरा परिवार था। तीन बच्चे थे जिनकी मुस्कुराहट पर वो जान निसार करती थी। रविवार को वो बहुत खुश थी, अपने पति और बच्चों के साथ मायके जा रही थी। नदी के पुल पर अचानक वो नदी में कूद गई। उसके इस कदम से बाकी सब तो चौंके, लेकिन तीन मासूम बच्चों को ये समझ नहीं आया कि उनकी मां अचानक कहां गायब हो गई। दिल दहला देने वाली ये घटना हुई झंगहा के गौरी घाट पुल पर। जी मिचलाने के बहाने लगाई छलांगझंगहा एरिया के डुमरैला निवासी अमरजीत रविवार सुबह अपनी पत्नी ममता और तीन बच्चियों के साथ टेम्पो में सवार होकर ससुराल तिकोनिया(पिपराइच) जा रहा था। टेम्पो जैसे ही गौरी घाट के पास पहुंचा। ममता जी मिचलाने की बात कहकर उतर गई। कोई कुछ समझ पाता, तब तक उसने राप्ती में छलांग लगा दी। उसे कूदते देख टेम्पो चालक भी उसके पीछे नदी में कूद गई। हालांकि वो उसे ढूंढ पाने में नाकाम रहा।
गोताखोरों की ली जा रही मददबदहवास अमरजीत ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से जाल डालकर ममता की तलाश शुरू की गई।
नहीं पता चली सुसाइड की वजह ममता के अचानक आत्महत्या जैसा कदम उठाने का कारण अभी तक नहीं पता चला है। घटना के बाद बदहवास अमरजीत तीन बच्चियों को गोद में लेकर रो पड़ा। बच्चियां बार-बार अपनी मां के बारे में पूछ रही थी, लेकिन अमरजीत के पास कोई जवाब नहीं था। अमरजीत सूरत में फर्नीचर का काम करता है। वह कुछ दिन पहले घर आया था। आज ही उसे सूरत जाना था। इसी वजह से वह पत्नी ममता और तीन बच्चियों को छोड़ने के लिए तिकोनिया जा रहा था। अमरजीत का कहना है कि उसे नहीं पता कि आखिर ममता ने ऐसा क्यों किया। नदी में एक महिला के कूदने की जानकारी पर पुलिस पहुंची थी। गोताखोर की मदद से जाल डालकर महिला की तलाश की जा रही है। अभी तक उसका पता नहीं चल पाया है। उपेंद्र यादव, एसओ झंगहा