- पेट डॉग को नहलाते हुए महिला को लगा करंट

- बारिश में अक्सर होती हैं घटनाएं, जरा सी लापरवाही ले रही जान

GORAKHPUR : बारिश का सीजन गोरखपुराइट्स के लिए आफत बनकर आता है। एक तरफ वाटर लॉगिंग परेशान करती है तो दूसरी तरफ बिजली भी रुलाने लगती है, लेकिन अब बिजली करंट मारकर जान भी लेने लगी है। संडे को अपने पेट डॉग को नहलाते वक्त एक महिला करंट की चपेट में आकर जान गवां बैठी। बिजली के झटकों से होने वाली ये कोई पहली मौत नहीं है। हाल के दिनों में इलेक्ट्रिक करंट से दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ गई है। अधिकारियों की मानें तो ऐसे मामलों की एक बड़ी वजह पब्लिक की लापरवाही है। अगर पब्लिक अवेयर हो जाए तो इन दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है।

मौके पर ही हो गई मौत

शास्त्रीपुरम आकांक्षा सिंह (27) पत्‍‌नी राजन सिंह संडे को अपने कुत्ते को नहला रही थीं। अचानक नल की टोंटी में करंट उतर आया। करंट की चपेट में आकर आकांक्षा और उनके पेट डॉग की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर सदर सांसद योगी आदित्यनाथ भी परिवार को सांत्वना देने पहुंचे।

केस नं 1-

अंधियारीबाग के राजेश सिंह के घर में बारिश के बाद करंट उतर आया। इससे राजेश के बेटे को झटका लगा, लेकिन किस्मत अच्छी थी कि उसी वक्त बिजली गुल हो गई। लोगों ने घटना की जानकारी बिजली विभाग को दी। जिसके बाद लाइनमैन ने उनके घर की बिजली काट दी। उनके घर की चेकिंग कराई गई जिसमें दो जगह मेन केबल कटा था और लोहे की रेलिंग में टच हुआ था।

केस- 2

पिछले साल बसंतपुर में एक सपा नेता के घर करंट उतरने के कारण आग लग गई थी। बाद में पूरा घर जलकर खाक हो गया था। पूरे घर की जांच की गई तो पता चला कि डीसी केबल और बिजली का केबल एक जगह जुड़ गए थे। जिसके कारण पहले टीवी ने आग पकड़ी और उसके बाद पूरे घर में आग फैल गई। बिजली विभाग के जेई रामजनक सिंह का कहना था कि अगर केबल की जांच समय से की गई होती तो शायद ऐसी स्थिति नहीं बनती।

ये बरतें सावधानियां

- बिजली के खुले तारों के संपर्क में आने से बचें।

- किसी भी इलेक्ट्रिक अप्लायंस को बिना जूते-चप्पल पहने न छुएं।

- अगर करंट आने का शक हो तो सूखे कपड़े या लकड़ी से लाइन बंद करें।

- कूलरों में पानी भरा होने के कारण अक्सर तार खुल जाते हैं, इसलिए उसे चेक करते रहें।

- किसी भी उपकरण में स्पार्किग, शार्ट?सर्किट से आग लगने की स्थिति में पानी कतई न डालें। मिट्टी या रेत का यूज कर आग पर काबू पाएं।

- गीले हाथ से मेन स्विच न छुएं।

- बल्ब लगाते समय लोहे का उपयोग न करें।

- किचन में खड़े होने वाली जगह पर मैट का प्रयोग करें।

- पूरे घर की बिजली बंद करके मीटर की जांच करें। अगर मीटर चल रहा है तो कहीं शार्ट सर्किट है। ऐसी स्थिति में तुरंत वायरिंग की जांच कराएं।

अगर लग जाए करंट

घरेलू बिजली में 0.5 एम्पियर करंट और 220 वोल्ट रहता है। यह मानव हृदय को प्रभावित करता है और धडकनों को तुरंत बंद कर देता है। अगर करंट 5 सेकंड से अधिक तक शरीर में प्रवाहित हो तो मौत हो सकती है। जहां बिजली का झटका लगा, वह अंग सुन्न हो सकता है, लकवाग्रस्त हो सकता है। सांस रुक जाती है तथा शरीर नीला पड़ जाता है। यदि ऐसा हो तो फ‌र्स्ट एड इस प्रकार से दें।

- जिसे करंट लगा हो, उसे छूने में आपको भी करंट लग सकता है, तुरंत स्विच बंद करें। यदि संबंधित विद्युत तार के संपर्क में है तो तार को लकड़ी से अलग करें।

- पीडि़त को तुरंत लिटा दें। कपड़े ढीले कर दें।

- डॉक्टर को इंफॉर्म करें। पीडि़त को होश आने तक अपने मुंह से सांस दें।

- उसके सीने की मालिश करें, जहां दिल होता है, इससे धड़कन चलती रहेगी।

- अस्पताल में भर्ती करना पड़े तो तुरंत कर दें, वहां उसे ऑक्सीजन देकर राहत पहुंचाई जा सकती है।

- यदि व्यक्ति होश में है तो जले हुए या करंट से घाव हुए स्थान पर मरहम लगाकर पट्टी बांध दें।

- जितना जल्दी इलाज शुरू हो जाए, व्यक्ति के बचने की संभावना उतनी ही ज्यादा होती है। 3 मिनट से अधिक समय तक हृदय बंद रहता है तो मष्तिस्क को गंभीर आघात पहुंचता है। बचने की स्थिति में कई अंग, पेशियां निष्क्रिय रह सकती हैं इसलिए इलाज में शीघ्रता बरतें।

लोग अगर सावधानी बरतें तो शायद बड़ी दुर्घटना होने से बच सकती है। अपने घर में बिजली उपकरणों और वायरिंग की जांच समय-समय पर कराते रहें। उसके बाद अगर कोई बड़ा फॉल्ट नजर आ रहा हो तो उसकी जानकारी बिजली विभाग को अवश्य दें।

आरआर सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम

Posted By: Inextlive