इक्वूपमेंट के बिना कैसे होगी प्रैक्टिस
-12 गेम का मिला कैंप, नहीं है अधिकांश गेम के इक्वूपमेंट
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: मेरा बेटा भी नेशनल लेवल पर अपना दम दिखाएगा। इंटरनेशनल कॉम्प्टीशन में मेडल जीत कर शहर का नहीं बल्कि देश का नाम रोशन करेगा। ऐसे ही कई सपने संजो कर पैरेंट्स अपने लाडले को स्टेडियम भेजते हैं। मगर क्या उनका सपना सच हो पाएगा? बेटे की कड़ी मेहनत और कोच की सही दिशा-निर्देश भी उन्हें उस काबिल बना पाएगी? क्योंकि इन सबके अलावा डिफरेंट गेम में इक्वूपमेंट की भी आवश्यकता पड़ती है। जिसके बिना मेडल जीतना तो दूर रेगुलर प्रैक्टिस करना भी मुश्किल होता है। मगर गोरखपुर में एक बार फिर कुछ ऐसा ही होने वाला है। खेल विभाग ने बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम को इस साल 12 गेम का कैंप एलॉट किया है। मगर इक्वूपमेंट का क्या होगा, यह अभी पता नहीं है। कैसे होगी वेटलिफ्टिंगरीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में रेसलिंग और बास्केटबाल के हॉस्टल के अलावा 12 गेम का कैंप एलॉट हुआ है। मतलब अब गोरखपुर में 13 गेम की रेगुलर प्रैक्टिस करा कर एक्सपीरियंस्ड कोच नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ी तैयार करेंगे। वहीं कई गेम ऐसे हैं, जिसमें बिना इक्वूपमेंट प्रैक्टिस की स्टार्टिग भी मुश्किल है। मगर गेम का कैंप एलॉट कर दिया गया है। कई सालों बाद वेटलिफ्टिंग का कैंप भी मिला है। हालांकि पॉवरलिफ्टिंग गेम का कैंप लास्ट इयर होने से अधिक प्रॉब्लम नहीं होगी। बॉक्सिंग में भी रिंग जर्जर कंडीशन में है। मगर हैंडबाल, वॉलीबाल में नेट पोस्ट और गोल पोस्ट नहीं है। इसी तरह अन्य गेम में भी काफी कमी है। क्योंकि एथलेटिक्स, जूडो, बैडमिंटन का कैंप भी एक या दो साल बाद मिला है।
इस साल स्टेडियम में 12 गेम का कैंप एलॉट हुआ है। डिफरेंट गेम के हिसाब से जरूरी उपकरण की डिमांड की जाएगी। जल्द उपकरण आने की उम्मीद है। इसके बाद रेगुलर प्रैक्टिस हो सकेगी। अश्विनी कुमार सिंह, रीजनल स्पोर्ट्स अफसर