कुंभ में इस्तेमाल की गई बिजली के तार को गोरखपुर में खपाया जा रहा है. घघसरा में महज 90 मीटर में सात जोड़ मिलने के बाद मामला सामने आया है. ज्यादा जोड़ होने की वजह से फॉल्ट की संख्या बढ़ गई है इसका खामियाजा पब्लिक झेल रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। जिस मकसद से गोरखपुर जिले में तार बदले गए वह मकसद पूरा होता नहीं दिख रहा है। ठेकेदारों का कहना है कि कुंभ मेले में डाग कंडक्टर का इस्तेमाल हुआ था। स्टोर से आवंटित तार काफी खराब गुणवत्ता वाले हैं। लग रहा है कि इलाकों से उतारे गए जर्जर तार जो स्टोर में कबाड़ के तौर पर जमा हुए थे, वहीं आवंटित किए जा रहे है। इतना ही नहीं एक स्पैन तार लगाने में चार से पांच जोड़ लगाने पड़ रहे हैं। 99 लाख हुए थे आवंटित


जिले के सैकड़ों इलाकों में फॉल्ट मुक्त बिजली सप्लाई के लिए बिजनेस प्लान 2023-24 के लिए 99 लाख रुपए आवंटित हुए है। आधा दर्जन ठेकेदारों को जर्जर तार खंभों को बदलने की जिम्मेदारी टेंडर के माध्यम से मिली। ठेकेदारों को बिजली निगम के सेंट्रल से खंभे तो नए मिल गए हैं, लेकिन 80 किलोमीटर तार टुकड़ों में मिले। स्टोर का कहना है कि वे तार प्रयागराज के कुंभ मेले में इस्तेमाल होने के बाद यहां भेजे गए हैं। तार के टुकड़ों का इस्तेमाल ग्रामीण खंड सेकेंड 21 किमी सिकरीगंज खंड 10 किमी कौड़ीराम खंड 9 किमी

कैंपियरगंज खंड 10 किमी

ग्रामीण खंड प्रथम 7 किमी चौरीचौरा खंड 17 किमी कुंभ मेले में इस्तेमाल किए गए डाग कंडक्टर आवंटित किए गए हैं। बिजनेस प्लान स्कीम के तहत यह तार आवंटित जा रहे हैं। नए तार भी स्टोर में आ गए हैं। इसे भी आवंटित किया जा रहा है। - हंसराज कौशिक, एक्सईएन, सेंट्रल स्टोर

Posted By: Inextlive