शनिवार को हाड़कंपाने वाली ठंड ने बीते 10 साल का नया रिकॉर्ड बनाया. मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को मैक्सिमम टेंप्रेचर 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 2013 की जनवरी के बाद मैक्सिमम टेंप्रेचर का मिनिमम है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।2013 में पांच जनवरी को मैक्सिमम टेंप्रेचर 9.3 डिग्री सेल्सियस था। उस वर्ष सात जनवरी का मैक्सिमम टेंप्रेचर भी 9.8 डिग्री सेल्सियस था, इस वर्ष सात जनवरी से कम था। शनिवार का मैक्सिमम टेंप्रेचर औसत से नौ डिग्री सेल्सियस कम रहा। मिनिमम टेंप्रेचर में भी गिरावट का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को जो मिनिमम टेंप्रेचर 7.9 डिग्री था वह शनिवार को गिरकर 7.3 हो गया। यह मिनिमम टेंप्रेचर औसत से दो डिग्री सेल्सियस कम है। मैक्सिमम और मिनिमम टेंप्रेचर के न्यूनतम स्तर पर रहने के चलते पूरे दिन कड़ाके की ठंड पड़ी, जिससे आम लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई। वेदर एक्सपर्ट के अनुसार 15 जनवरी तक सर्दी अपने चरम पर रहेगी। हालांकि बीच में धूप भी खिलेगी, लेकिन सर्दी से निजात अभी मिलनी मुश्किल है। रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी। शनिवार को भी गोरखपुर सीवियर कोल्ड डे के हवाले रहा।


रात को टेंप्रेचर में अधिक गिरावट

दिन के मुकाबले का रात के मिनिमम टेंप्रेचर में काफी गिरावट आ गई है। शुक्रवार को दिन में मिनिमम टेंप्रेचर 7.9 के करीब रहा, जहां रात को यह 7 डिग्री हो गया। वेदर एक्सपर्ट का मानना है कि अब रात के तापमान और गिरावट दर्ज की जाएगी। ऐसे में रात में विशेष रूप से अलर्ट रहने की जरूरत है। शनिवार को सुबह 8 डिग्री के करीब तापमान रहा। दोपहर में वह 9 डिग्री हो गया है। रात में 7 डिग्री के नीचे तापमान आ गया। पछुआ हवाएं बढ़ा रही गलन पहाड़ों पर बर्फबारी और पछुआ हवाओं से रात का पारा रोजाना गिर रहा है। इसकी वजह से रात में मुसाफिरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रेलवे और बस स्टेशनों पर लोग सर्वाधिक परेशान हैं। अलाव के सहारे मुसाफिरों का वक्त तो गुजर रहा है, साथ ही ठंड से भी निजात मिल रही है। वेदर एक्सपर्ट के अनुसार टेंप्रेचर तो गिर ही रहा है, पछुआ हवाओं के चलने से गलन काफी बढ़ रही है।रैन बसेरों में बढ़ी भीड़बढ़ती ठंड में रैन बसेरों में भीड़ बढ़ती जा रही है। रात के समय तो अधिकतर मुसाफिर रैन बसेरों में गुजारा कर रहे हैं। यहां अलाव के पर्याप्त इंतजाम हैं। साथ ही रहने के लिए उचित व्यवस्था है। रैन बसेरों में बढ़ती भीड़ के चलते नगर निगम ने अस्थायी रैन बसेरों का भी इंतजाम किया है। हालांकि अभी कई ऐसे मुसाफिर हैं जो रेलवे और बस स्टेशनों पर ही रात काट रहे हैं। बढ़ती सर्दी के सितम से वह बेहाल हैं। शाम होते ही सड़क पर चहलपहल घटी

सर्दी के सितम से शनिवार को भी शाम होते ही सड़कों पर आवाजाही कम हो गई। दिन में सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों में कर्मचारियों की संख्या कम दिखी। बाजार में चहलपहल कम रही। सड़कों पर भी वही लोग दिखाई दिए जो जरूरी काम से निकले थे। शाम होते-होते बाजार समेत सड़कों पर सन्नाटे जैसा माहौल हो गया था। इस तरह रहा अधिकतम और न्यूनतम तापमानदिन अधिकतम न्यूनतम शनिवार 10.3 7.3शुक्रवार 14.4 7.9गुरुवार 11.6 9.6बुधवार 12.6 10.6मंगलवार 13.6 10.7सोमवार 14.0 11.4शुक्रवार को धूप होने से आसमान में कोहरा छंटने से अब तेजी से टेंप्रेचर गिरने लगा है। आने वाले दिनों में यह बरकरार रहेगा। अनुमान है कि मकर संक्रांति तक सर्दी सताती रहेगी। जय प्रकाश गुप्ता, वेदर एक्सपर्ट

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