पारा तो गिरा लेकिन नहीं राहत
- गुरुवार को 43.0 से घटकर 41.6 डिसे आ गया मैक्सिमम टेंप्रेचर
- पारा गिरने के साथ ही तेज चिलचिलाती धूप ने किया लोगों को बेहाल - पछुआ हवाएं कम होने से पारा तो गिरा लेकिन बढ़ गई उमस गुरुवार को ब्फ्.0 से घटकर ब्क्.म् डिसे आ गया मैक्सिमम टेंप्रेचर - पारा गिरने के साथ ही तेज चिलचिलाती धूप ने किया लोगों को बेहाल - पछुआ हवाएं कम होने से पारा तो गिरा लेकिन बढ़ गई उमसGORAKHPUR: GORAKHPUR: गुरुवार को पारा भले ही दो डिसे नीचे आ गया लेकिन लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिली। गुरुवार को भी सुबह से ही तेज चिलचिलाती धूप ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। इस दिन पछुआ हवाएं कम होने से पारा तो उपर नहीं गया, लेकिन उमस से लोग बेहाल हो गए। दिन चढ़ने के साथ ही धूप और चटकती गई। हर कोई अपने-अपने तरीके से गर्मी से राहत पाने की कोशिश में लगा रहा। शाम तक धरती से भी आंच निकलती रही। हवाओं को न होने से मौसम में नमी रही। इससे तेज धूप के साथ उमस और बढ़ गई।
और बढ़ेगा पारासीजन के सबसे गर्म दिन बुधवार को जहां पारा मैक्सिमम ब्फ्.0 व मिनिमम ख्भ्.0 डिसे रहा वहीं गुरुवार को घटकर मैक्सिमम टेंप्रेचर ब्क्.म् व मिनिमम ख्फ्.म् डिसे पर आ गया। हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक अभी पारा फिर उपर जाएगा। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ। शफीक अहमद ने बताया कि अभी गर्मी से राहत मिलने की किसी तरह से कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार के बाद शुष्क पछुआ हवाएं बढ़ने की संभावना है। इससे टेंप्रेचर फिर से उपर जाएगा।