तड़प उठे मरीज और तीमारदार
-मेन पंप खराब, सप्लाई ठप
-जनरल व आर्थो ओटी में ऑपरेशन भी रहा बाधित - पानी ने बढ़ाई पेशेंट्स और तीमारदारों की मुश्किलें GORAKHPUR: मंगलवार को जिला अस्पताल के मरीज त्राहि त्राहि कर उठे। पानी की सप्लाई बंद होने से मरीज और तीमारदार तड़प उठे। उन्हें समझ नहींआ रहा था आखिर यह हो क्या रहा है। मरीज क्फ् घंटे तक पानी के बिना तड़पते रहे। सुबह से म् बजे से जो पानी सप्लाई बंद हुई वह शाम 7 बजे चालू हो पाई। यह तेरह घंटे मरीजों के लिए किसी कहर से कम नहींथे। बाथरूम तक में नहींथा पानीजनरल और आर्थो ओटी दिन भर पानी की कमी से जूझते रहे। हॉस्पिटल के विभिन्न वार्डो के बाथरूम में पानी सप्लाई ठप रही। पेशेंट्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तीमारदार बोतल में पानी भर भर कर मरीजों को दे रहे थे। यह ऐसा नहींहै कि यह पहली बार हुआ हो। कुछ दिन पहले जिला महिला अस्पताल में भी ऐसी ही प्रॉब्लम हुई थी। जिला अस्पताल का मेन वाटर पंप खराब होने से पेशेंट्स को पानी से वंचित रहना पड़ा। जिला अस्पताल में पानी के दो पंप हैं। पुराने ट्यूबवेल से ही अस्पताल के विभन्न वार्ड में पानी की सप्लाई होती है।
गर्मी के बीच पीने के पानी की दिक्कत
तेज धूप और उमस भरी गर्मी के बीच पानी की किल्लत ने मरीजों की परेशानी बढ़ा दी। सुबह लगभग छह बजे सप्लाई चालू करने के लिए पंप स्टार्ट किया गया, लेकिन चालू होते ही मशीन अचानक बंद हो गई। सप्लाई ठप होने की वजह से टंकियां खाली हो गईं। इससे इमरजेंसी, फीमेल आर्थो, आर्थो, बर्न वार्ड, न्यू बिल्डिंग के चिल्ड्रेन, सर्जरी वार्ड, आई, मेल फिमेल वार्ड, प्राइवेट और स्पेशल वार्ड के बाथरूम में पानी ठप रहा। एक ही टंकी से चल रहा काम पानी सप्लाई बंद होने के बाद आनन-फानन में अस्पताल प्रशासन ने नगर निगम से पानी का एक टैंकर मंगवाया। ये पानी मरीजों और तीमारदारों के लिए नाकाफी साबित हुआ। पानी जैसी मूलभूत समस्या को लेकर जिला प्रशासन कितना गंभीर है, यह मंगलवार की घटना ने साबित कर दिया। ओटी में भी परेशानी ऑपरेशन थियेटर में भी पानी की समस्या रही। कंटेनर में पानी भर भर कर किसी पेशेंटस का ऑपरेशन किया गया। वहीं आर्थो ओटी में भी समस्या बनी रही। बाथरूम व वार्ड में गंदगीपानी की सप्लाई ठप होने से पूरे वार्ड में गंदगी का अंबार लग गया। बाथरूम से उठ रही तेज दुर्गंध की वजह से वार्ड में बैठना मुश्किल हो गया था। तीमारदार तो फिर भी बाहर जा सकते थे, लेकिन मरीजों को बदबू के बीच बैठना मजबूरी था।
स्पेशल वार्ड के बाथरूम में सुबह से ही पानी नहीं आ रहा है। जिसकी वजह से काफी दिक्कत हो रही है। पीने के पानी के लिए भी बाहर के हैंडपंप का ही सहारा है। रामकृपाल, पेशेंट, सिकरीगंज सुबह से ही टोटियों में पानी नहीं आ रहा है। जिसकी वजह से तीमारदार और पेशेंटस को परेशानी झेलनी पड़ी है। यहीं हाल अन्य वार्ड्स का भी है। अमरदीप श्रीवास्तव, तीमारदार, रामजानकी नगर वर्जन पंप में गड़बड़ी की वजह से पानी की दिक्कत हुई। पानी का लेवल डाउन होने की वजह पूरी तरह पानी आ रहा था। दूसरे पंप को चलाने के लिए मोटर की व्यवस्था की जा रही है। जल्द से जल्द पानी की समस्या दूर कर ली जाएगी। डॉ.एचआर यादव, एसआईसी, जिला अस्पताल