- पीएम और सीएम के कार्यक्रम में हासेता है इन वॉटर प्रूफ पंडालों का इस्तेमाल

- 34वें दीक्षांत की जोरो-शोर से चल रही है तैयारियां, वाराणसी से गोरखपुर आए हैं हैंगर पंडाल

GORAKHPUR: 34 वें दीक्षांत समारोह को लेकर सभी संयोजक मिलकर जोर-शोर से तैयारियां कर रहे हैं। इस बार के दीक्षांत समारोह को आकर्षक बनाने के लिए के लिए वाराणसी के खास किस्म के हैंगर पंडाल लगाए जा रहे हैं। जो पूरी तरह से वॉटर प्रूफ है। यूनिवर्सिटी से जुड़े लोगों की मानें तो ऐसे हैंगर पंडाल पीएम और सीएम के कार्यक्रम में लगाए जाते हैं। अब इसका इस्तेमाल डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में किया जा रहा है।

तीन हजार लोग होंगे शामिल

22 फरवरी को गोरखपुर यूनिवर्सिटी के 34वें दीक्षांत समारोह को लेकर लगातार मीटिंग का दौर जारी है। भव्य स्तर का दीक्षांत हो, इसके लिए वाराणसी से हैंगर पंडाल मंगाए गए हैं। जो आर्च के आकार में है। इसकी लंबाई 180 फीट और 162 फीट चौड़ी है। इसमें 3000 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। मंच से 45 फीट दूर पंडाल में होनहार और आने वाले गेस्ट अपनी सीट आरक्षित करेंगे।

टिंबर नहीं आयरन का है पंडाल

पांडाल समिति के संयोजक प्रो। श्रीनिवास मणि त्रिपाठी ने बताया कि पहले टिंबर से पंडाल सजाए जाते थे, लेकिन इस बार आयरन स्ट्रक्चर का इस्तेमाल किया गया है। मौसम को देखते हुए इसे पूरी तरह से वॉटर प्रूफ बना जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके भीतर होनहार और गेस्ट बैठेंगे। आगे वीवीआईपी, उसके पीछे वाईपी, उसके पीछे बाकी के अतिथि शामिल रहेंगे। होनहारों के बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।

आकर्षण का केंद्र होगा मंच

मंच समिति के संयोजक डॉ। भारतभूषण सिंह ने बताया मंच पर सभी होनहारों को सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि चीफ गेस्ट, स्पेशल गेस्ट, कार्यपरिषद सदस्य मंच तो विराजमान होंगे ही, लेकिन क्रम वाइज। पहले क्रम में चीफ गेस्ट राजनाथ सिंह, कुलाधिपति रामनाइक, वीसी प्रो। अशोक कुमार बैठेंगे। इनके पीछे सभी संकाय के डीन होंगे। डीन के पीछे कार्यपरिषद सदस्य बैठेंगे। उन्होंने बताया कि मंच पर विराजमान गेस्ट के बैठने के लिए खासतौर की कुर्सियां मंगाई गई हैं। इसके अलावा मंच को आकर्षक बनाने के लिए फूलों से सजाया जाएगा। मंच से करीब 45 फीट दूर तक गेस्ट के बैठने की व्यवस्था की गई है।

Posted By: Inextlive