अवैध टोल के खिलाफ हल्ला बोल
-ग्रामीणों ने जमकर की तोड़फोड़, भागे कर्मचारी
-सहजनवां के कालेसर, बेलीपार के बाघागाड़ा का मामला GORAKHPUR: फोरलेन के तेनुआ टोल प्लाजा के दोनों ओर अवैध ढंग से बैरियर लगाकर वसूली का मामला मंगलवार को गर्म हो गया। अवैध वसूली के विरोध में सड़क पर उतरे लोगों ने बेलीपार एरिया के बाघागाड़ा और सहजनवां के कालेसर में बने टोला प्लाजा स्थल को ढहा दिया। पब्लिक और ट्रांसपोर्टर का गुस्सा देखकर टोल बूथ के कर्मचारी भाग खड़े हुए। बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। एसडीएम फाइनेंस ने मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में टोल प्लाजा ठेकेदार से कागजात मांगे गए हैं। जबरन रोकी गाड़ी, भड़के लोगफोरलेन पर सहजनवां और जगदीशपुर के बीच तेनुआ गांव के पास टोल प्लाजा है। इसके अलावा टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने बाघागाड़ा और कालेसर में बूथ बनाकर बैरियर लगा लिया था। सहजनवां से गोरखपुर की ओर आने वाले वाहनों से कालेसर में वसूली करने लगे। नौसड़ से बाघागाड़ा की ओर जाने-आने वालों वाहनों से रुपए लेने के लिए बाघागाड़ा में स्टॉप बना दिया। अवैध वसूली को लेकर रोजाना कहासुनी होने लगी। मंगलवार को बाघागाड़ा निवासी एक व्यक्ति से जबरन टोल लेने पर लोग भड़क गए। गुस्साए सैकड़ों लोगों ने दोनों तरफ बने अवैध टोल प्लाजा को घेर लिया। सड़क पर प्रदर्शन होने की सूचना पर पुलिस पहुंच गई।
लोगों से मांगी माफी पब्लिक का गुस्सा देखकर कर्मचारियों ने समझदारी दिखाई। गांव के लोगों से माफी मांगकर कर्मचारी भाग गए। लोगों ने फोरलेन पर खड़े होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बेलीपार और सहजनवां पुलिस ने लोगों ने समझाने-बुझाने का प्रयास किया। लोगों ने आरोप लगाया कि कालेसर से जगदीशपुर फोरलेन पर निर्धारित टोल प्लाजा के अलावा दो जगहों पर अवैध वसूली की जा रही है। सपा छात्रसभा के महानगर अध्यक्ष गबीश दुबे, उपाध्यक्ष चंदन दुबे, महासचिव विजय यादव, गोविंद गोंड, अंकुर भट्ट, सागर श्रीवास्तव, शहनवाज, संतोष यादव, पिंटू यादव, सत्येंद्र यादव, श्रवण पांडेय, विद्यानंद पांडेय, सर्वेश, प्रशांत, सुदीप, अमित सहित कई लोगों ने बताया कि तीन माह से वसूली ज्यादा होने लगी थी। एक वाहन से दो बार वसूलीपब्लिक का कहना है कि एक वाहन से दो बार वसूली की जाती थी। कालेसर में रुपए देने वाले से तेनुआ के ओरिजनल टोल प्लाजा पर पैसा लिया जा रहा था। इसके अलावा उन्हीं वाहनों से बाघागाड़ा में कर्मचारी डंडे के बल पर रुपए वसूल रहे थे। वसूली से त्रस्त लोगों ने पुलिस को कटघरे में खड़ा किया। लोगों ने आरोप लगाया कि दोनों जगहों पर अवैध टोल प्लाजा चलाने में पुलिस भी सहयोग कर रही है। इसके पहले अवैध वसूली की शिकायत पर पुलिस ने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
जीएम का दावा, अवैध नहीं वसूली सहजनवां से लेकर सलेमगढ़ तक तीन टोल प्लाजा का कांट्रेक्ट गोरखपुर कसया टोलवेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से है। कंपनी के जीएम आईके सिंह ने दावा किया कि वसूली अवैध नहीं है। नियमानुसार टोल प्लाजा के 10 किलोमीटर रेडियस में टोल प्लाजा से बचकर निकलने वाले वाहनों से बैरियर बनाकर वसूली की जा सकती है। लखनऊ की ओर से आने वाले कुछ ट्रक वाले सहजनवां से सीधे नौसढ़ आकर बाघागाड़ा से देवरिया और कुशीनगर की ओर चले जाते हैं। इसलिए दोनों जगहों पर बूथ बना दिए गए। गोरखपुर के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली किसी गाड़ी से दोनों जगहों पर टोल नहीं मांगा जाता है। एक जगह टोल की पर्ची बनने पर दूसरी जगह कहीं पर रुपया नहीं लिया जाता है। टोल प्लाजा से 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोकल पब्लिक को नान कामर्शियल वाहनों के लिए पास जारी किए जाते हैं। 235 रुपए की मामूली रकम देकर एक महीने का पास बनवाया जा सकता है।वर्जन
टोल प्लाजा के अतिरिक्त कहीं पर वसूली मामला संदिग्ध है। इसकी जांच पड़ताल करके संबंधित एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-एसके कुशवाहा, प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचआई टोल प्लाजा के विवाद को लेकर कुछ लोगों ने मुझसे बात की। मैंने उनसे इससे संबंधित पेपर मंगाए हैं। ठेकेदार से मूल एग्रीमेंट मांगा गया है। अवैध वसूली पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। -डॉ। चंद्रभूषण, एडीएम फाइनेंस कुछ ट्रांसपोर्टर जबरन इसको मुद्दा बना रहे हैं। नियमानुसार टोल वसूला जा रहा है। अवैध वसूली का मुद्दा बनाकर व्यवस्था को डिस्टर्ब करने की कोशिश की जा रही है। इसकी जानकारी पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को दी जा चुकी है। -आईके सिंह, जीएम, गोरखपुर-कसया टोलवेज प्राइवेट लिमिटेड