- इंटरनेशनल वुमेंस डे पर कॉलेज में ऑर्गेनाइज हुआ प्रोग्राम

- रैली निकालकर लोगों को किया अवेयर

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : मां, बहन, बेटी और पत्‍‌नी कहलाने वाली वुमेन को लेकर आज समाज में अवेयरनेस तो आई है, लेकिन अब भी वह सेफ नहीं हैं। जगह-जगह इनका उत्पीड़न हो रहा है। इसे रोकने की जरूरत है, जिसके लिए लोगों को अब खुद आगे आना होगा, तभी उनके घर की मां, बहन बेटी सेफ रहेंगी। इंटरनेशनल वुमेंस डे पर सिटी में चारों ओर वुमेन इंपॉवरमेंट और सेफ्टी का मुद्दा छाया रहा। हर जगह सिर्फ इस बात पर जो रहा कि वुमेन को मजबूत कर बराबरी का हक दिया जाए, तभी देश तरक्की की राह पर आगे बढ़ सकेगा। यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज में वुमेन एंपावरमेंट को लेकर लेक्चर, सेमिनार, रैली के साथ कई प्रोग्राम ऑर्गेनाइज किए गए।

डीवीएनपीजी में रैली के बाद सेमिनार

सिटी के डीवीएनपीजी कॉलेज में वुमेंस डे के मौके पर रैली निकाली गई। इस दौरान एनएसएस वालंटियर्स ने रैली के थ्रू गोरखपुराइट्स को अवेयर किया। इसके बाद एक सेमिनार भी ऑर्गेनाइज किया गया। इसमें बतौर चीफ गेस्ट टीपी त्रिपाठी ने भी वुमेन इंपॉवरमेंट और कानून में महिलाओं के अधिकार को लेकर चर्चा की। प्रोग्राम की अध्यक्षता करते हुए एनएसएस प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ। अजय कुमार शुक्ला ने महिलाओं को बराबरी का हक देने की बात कही। इस दौरान गेस्ट का वेलकम प्रोग्राम ऑफिसर डॉ। शैलेंद्र प्रताप सिंह ने और संचालन डॉ। वीना गोपाल मिश्रा ने किया। इस दौरान कॉलेज के टीचर्स और स्टूडेंट्स मौजूद रहे।

मारवाड़ बिजनेस स्कूल में सेमिनार हुआ ऑर्गेनाइज

इंटरनेशनल वुमेंस डे के मौके पर सिटी के मारवाड़ बिजनेस स्कूल में सेमिनार ऑर्गेनाइज किया गया। इस दौरान की नोट स्पीकर के तौर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। संतोष कुमार त्रिपाठी ने अपनी बातें रखीं। उन्होंने कहा कि आज अगर समाज है, सामाजिक सरोकार है, मातृत्व है तो सिर्फ इसलिए कि समाज की आधारशिला महिलाएं हैं। आज शिक्षा, समाज, विज्ञान, राजनीति, सैन्य, मानविकी, राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर महिलाएं अपनी जिम्मेदारी बाखूबी निभा रही हैं। इस दौरान सीनियर प्रोग्राम ऑफिसर पीयुष जायसवाल, डॉ। वंदना चौहान के साथ 12 स्पीकर्स ने अपनी बातें रखीं। इस दौरान कॉलेज के टीचर्स और स्टूडेंट्स मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive