डेंगू का डंक : अब जांचा जाएगा कौन सा वैरियंट?
गोरखपुर (ब्यूरो)। एडीज मच्छर पर जब तक 4-5 लोगों को डंक मारकर अपना पेट नहीं भर लेता वह रुकता नहीं है। ऐसे में इस मच्छर के आंतक से न सिर्फ खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखना है बल्कि आसपास में जमा हुए पानी को इकट्ठा नहीं होने देना है। मलेरिया विभाग के डिस्ट्रिक्ट मलेरिया ऑफिसर अंगद सिंह ने गोरखपुराइट्स से अपील कर अलर्ट जारी किया है। वहीं इस बार कौन सा एडीज मच्छर लोगों को शिकार बना रहा है, उसपर रिसर्च करना शुरू कर दी गई है। अब तक मिले 11 केसेज
शहर से लेकर गांव तक डेंगू के केसेज धीरे-धीरे बढऩे लगे हैैं। मंगलवार को भी दो नए केसेज सामने आए हैैं। इसमें बांसगांव के लेड़वा तिवारी निवासी एक पांच वर्ष का लड़का और कैंपियरगंज निवासी 18 वर्षीय एक युवती शिकार हुई है। इस वर्ष 2023 में अब तक कुल 11 केसेज आ चुके हैैं। इनमें नगर निगम में आने वाले मोहल्ले के 4 लोग इसका शिकार हो चुके हैैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 7 लोगों को एडीज मच्छर ने अपना आहार बनाया है। जबकि मलेरिया विभाग की तरफ से एक जनवरी 2022 से 22 अगस्त 2023 तक कुल 2810 एनएस-1 आरडीटी टेस्ट किए हैैं। जबकि 282 आईजीएम एलाइजा की टेस्टिंग हुई है। अब तक कुल 3092 टेस्टिंग हो चुकी है। क्या है डेन-1, डेन-2 व डेन-3 वायरस मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि एडीज मच्छर किसी भी व्यक्ति को अपने प्रोबोसिस से डंक मारने पर उनकी ओर से वायरस छोड़ा जाता है। यह वायरस डेन-1, डेन-2 व डेन-3 हो सकता है। पिछले साल जो केसेज आए थे, उनमें आईसीएमआर की रिसर्च में डेन-2 वायरस पाया गया था। इस वर्ष कौन सा वायरस है, उस पर भी स्टडी शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि डेंगू के डेन-1 के मुकाबले डेन-2 व डेन-3 थोड़ा गंभीर वायरस होता है। डेन-2 मेें डेंगू शाक सिंड्रोम या हेमरेजिक बुखार होने की आंशका रहती है। 24 घंटे में कम होने लगता है प्लेटलेट्स वहीं डब्लूएचओ की माने तो अब तक डेंगू फैलाने वाले मच्छरों में डेन-1 और डेन-2 वायरस ही मिल रहे हैैं। इसके मरीजों में 24 घंटे के भीतर प्लेटलेट्स कम होने लगते हैैं, साथ ही ब्लड प्रेशर भी कम होने लगता है। इससे जान को भी खतरा हो सकता है। ऐसे मच्छरों से बचकर रहने की आवश्यकता है। इयर - डेंगू के केसेज 2018 - 252019 - 114 2020 - 09 2021 - 672022 - 318 2023 - 11
डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल - 07बीआरडी मेडिकल कालेज - 00आरएमआरसी - 02लखनऊ - 00प्राइवेट हास्पिटल - 02कुल - 11 शहर से ज्यादा ग्रामीण में केसेजनगर निगम - 4 केस रुरल एरिया में - 7 एडीज मच्छर के वायरस का पता लगाए जाने के लिए रिसर्च जारी है। पिछले साल ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में आए थे। पिछली बार डेन-2 वायरस ने लोगों को संक्रमित किया था। जो मरीज एडमिट हैैं, उनके सैैंपल लेकर रिसर्च की जा रही है।- डॉ। अशोक पांडेय, वॉयरोलॉजिस्ट, आरएमआरसी गोरखपुर