सूदखोरों ने फिर धमकाया
- तिवारीपुर के सूर्य बिहार का मामला
- दुकान पर पहुंचे थे मनबढ़ युवक GORAKHPUR: सूदखोरों से आजिज आकर खुदकुशी की कोशिश करने वाले व्यापारी के परिवार को फिर धमकी मिली। मंगलवार की दोपहर उसकी दुकान पर पहुंचे लोगों ने मुकदमा न दर्ज कराने पर अंजाम भुगतने को कहा। सूदखोरों से डरे सहमे परिवार ने केस दर्ज कराने से मना कर दिया। मामले की जानकारी होने पर एसएसपी ने कार्रवाई का निर्देश दिया। एसओ से कहा कि इस मामले में मुकदमा दर्ज करके आरोपियों को तत्काल अरेस्ट किया जाए। एसएसपी के तेवर पर तिवारीपुर पुलिस हरकत में आ गई। लगाई थी खुद को आगतिवारीपुर के सिधारीपुर मोहल्ला निवासी सुधीर गुप्ता ने ढाई लाख रुपए का कर्ज लिया था। सुधीर का आरोप है कि 10 प्रतिशत ब्याज के साथ कर्ज चुकाने के बाद भी सूदखोर उसका उत्पीड़न कर रहे थे। रविवार की सुबह बाथरूम में जाकर सुधीर ने खुद को आग के हवाले कर दिया। फैमिली मेंबर्स ने गंभीर हाल सुधीर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मामले की जानकारी होने पर तिवारीपुर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। लेकिन तीन दिन तक मुकदमा नहीं दर्ज किया।
मंगलवार की दोपहर पहुंचे मनबढ़पुलिस की लापरवाही से सूदखोरों के हौसले बढ़ गए। मंगलवार की दोपहर कुछ लोग सुधीर के घर पहुंचे। उन लोगों ने उसके बेटे को धमकाया। कहा कि यदि किसी ने मुकदमा दर्ज कराया या फिर किसी का नाम बताया तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। इससे परिवार के लोग काफी डर गए। सुधीर की पत्नी ने किसी तरह की कार्रवाई से मना कर दिया। शाम करीब सात बजे इस बात की जानकारी एसएसपी को हुई। गंभीर प्रकरण में लापरवाही पर उन्होंने एसओ को डांट लगाई। एसएसपी ने कहा कि मुकदमा दर्ज करके सभी आरोपियों को जेल भेजा जाए। एसएसपी ने पूरे जिले में अभियान चलाने को कहा। सूदखोरों के उत्पीड़न की शिकायत पर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
पार्षद ने सीएम को भेजा पत्र सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग पुराना गोरखपुर के पार्षद विजय राज ने सीएम को पत्र भेजा है। पार्षद ने कहा कि नगर निगम प्रशासन की लूट खसोट से सूदखोरों का बिजनेस बढ़ रहा है। आरोप लगाया कि पार्षद वरीयता की फर्जी फाइलों का भुगतान कराया जा रहा है। इससे प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है। पार्षद ने सीएम से नगर निगम के कामों की जांच कराने की मांग की है। यहां बता दें कि सूदखोरों से परेशान होकर पार्षद ने घर छोड़ दिया था।इस मामले में लापरवाही नहीं की जाएगी। सूदखोरों के डर से परिवार के लोग कार्रवाई नहीं चाहते होंगे। लेकिन पुलिस की जिम्मेदारी बनती है। कितने लोग सूद के कारोबार में लगे हैं। किस तरह से कारोबार चल रहा है। इन पहलुओं की पुलिस जांच करेगी।
अनंतदेव, एसएसपी