आधुनिक युग में बढ़ती आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई की लोकप्रियता को देखते हुए डिजिटल एआई कोर्स लांच किया गया है. एआई की बेसिक जानकारी से लेकर सभी वर्गों को बेहद गहराई के साथ छुआ गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।एआई क्या-क्या कर सकता है और एआई के प्रयोग कैसे करना चाहिए तमाम बिन्दुओं का डिजिटल एआई कोर्स में शामिल किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार की एडिशनल चीफ सेक्रेट्री आईएएस मोनिका गर्ग के नेतृत्व में टीम यूपीएआई पोर्टल को लांच किया गया है। जो एआई के स्वरूप, उपयोगिता और प्रयोग का नि:शुल्क सिखाएगा। आप भी कर सकेंगे एआई
डिजिटल एआई कोर्स को तैयार करने के लिए एकेटीयू, भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, बीबीएयू, फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट, एमएनएनआईटी प्रयागराज और प्राथमिक विद्यालयों के तकनीक में दक्ष दो टीचर शामिल हैं। अपने-अपने क्षेत्र के महारथी टीचर्स ने एआई तकनीक के प्रयोग पर आधारित वीडियो तैयार किए हैं और उन्हें टीम यूपीएआई पोर्टल पर अपलोड किया गया है। विशेषज्ञ शिक्षकों की टीम में शामिल भाषा विश्वविद्यालय के डॉ। सुमन कुमार मिश्रा ने बताया, एआई के प्रति जागरूकता और हर किसी को एआई से जुड़ी साक्षरता मिल सके। इसे देखते हुए ये पोर्टल तैयार किया गया है। इसमें खास बात है कि छात्रों के साथ ही कामकाजी लोग भी इस कोर्स को कर सकते हैं। ऐसे कर सकेंगे एआई का डिजिटल कोर्स


एआई के डिजिटल कोर्स को करने के लिए सबसे पहले www.teamupai.org पर लॉगिन करना होगा। इसके बाद रजिन्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन में छात्र और प्रोफेशनल लोगों के लिए अलग-अलग सेग्मेंट हैं। इसके साथ ही नाम, जन्मतिथि, आधार नम्पर, ईमेल आईडी भरना होगा। इसके बाद अपलोड वीडियो देखना होगा। वीडियो के देखने के बाद क्वालीफाइंस टेस्ट ऑनलाइन होगा। इस टेस्ट में मानक के अनुसार अंक मिलने पर उत्तीर्ण होने का सर्टिफिकेट मिलेगा।इन सब्जेक्ट पर बने वीडियोइन्ट्रोडक्शन टू एआई, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इन्टरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), मशीन लर्निंग, एआई इन वीडियो गेम्स, एलेक्सा सीरी, एआई इन गूगल मैप्स, एआई इन डिजिटल मार्केटिंग, एआई इन फेसियल रिकग्नीशन, रोबोटिक्स, एनालिटिक थिंकिंग, डाटा इन्फो एण्ड नॉलेज, एल्गो एण्ड फ्लोचार्ट, कम्पयूटर फण्डामेंटल, कम्यूटर नेटवर्क वन और टू, कम्प्यूटर लैंग्वेज, एआई टूल्स फॉर टीचिंग एण्ड लर्निंग, एआई एथिक्स, ओरिएंटल मॉडयूल क्लोजिंग सेशन। हिन्दी और अंग्रेजी साथ-साथएआई डिजिटल कोर्स में सबसे खास बात है कि इस कोर्स को करने में भाषा की कोई मुश्किल नहीं आएगी। एआई कोर्स के सभी तथ्य अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ हिन्दी में भी है। इसलिए हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम के छात्र सहजता के साथ डिजीटल कोर्स पूरा कर सकेंगे। टीम यूपीआई में शामिल विशेषज्ञमोनिका एस गर्ग, एडिशनल चीफ सेक्रेट्री, यूपी गवर्नमेंटडॉ। पुनीत मिश्रा, एसोसिएट प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालयडॉ। शांभवी मिश्रा, असिसटेंट प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालयपारूल रस्तोगी, असिसटेंट प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय

डॉ। राज श्री, एसोसिएट प्रोफेसर, बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर विश्वविद्यालयडॉ। सुमन कुमार मिश्रा, एसोसिएट प्रोफेसर, भाषा विश्वविद्यालयडॉ। प्रवीण कुमार अग्रवाल, एसोसिएट प्रोफेसर, एमएनएनआईटीडॉ। समीर सरस्वती, एसोसिएट प्रोफेसर, एमएनएनआईटीडॉ। श्रुति त्रिपाठी, असिसटेंट प्रोफेसर, फिरोज गांधी इंस्टीटयूट नीरज अग्नीहोत्री, असिसटेंट टीचर, बेसिक एजुकेशन डिपार्टमेंटअनुज लाहड़ी, असिसटेंट टीचर, बेसिक एजुकेशन डिपार्टमेंटअनुप कुमार, प्रोडक्शन असिसटेंट, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी लखनऊमयंक थापलियाल, प्रोडक्शन असिसटेंट, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी लखनऊदुर्गेश मौर्या, कैमरामैन, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ

Posted By: Inextlive