पुलिस ने काटा चालान तो भड़के रोडवेज के अधिकारी
-गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर चलने वाली अनुबंधित बसों का खोराबार पुलिस ने काटा चालान
-यूपी रोडवेज के अधिकारियों के फूले हाथ-पांव GORAKHPUR: तेज रफ्तार से चलने वाले अनुबंधित बस ड्राइवर्स पर लगाम कसने के लिए खोराबार पुलिस ने कमर कस ली है। गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर 10 अनुबंधित बसों का ने चालान काटा गया। इनके चालान काटे जाने के बाद से यूपी रोडवेज के अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे हैं। ओवर स्पीड से होते हैं बड़े हादसेमंगलवार दोपहर कड़जहां बाईपास के पास से 10 अनुबंधित बसों का चालान काटा गया। संबंधित एसओ का कहना है कि ये सभी बसें 80 किमी। प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थीं। गौरतलब है कि गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर करीब 100 से ज्यादा अनुबंधित बसें चलती हैं। फेरा पूरा करने के चक्कर में अनुबंधित बसें तय गति से ज्यादा तेज चलती हैं। इसका खामियाजा राहगीरों को जान गंवाकर भुगतना पड़ता है।
मामला पहुंचा एसएसपी के पासखोराबार पुलिस के चालान काटे जाने के बाद से यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के अधिकारियों के कान खड़े हो गए। खोराबार पुलिस द्वारा चालान काटे जाने की नाराजगी आरएम और एआरएम ने एसएसपी से जताई। गोरखपुर डिपो के एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव ने एसएसपी से फोन पर बात कर चालान काटे जाने की बात कही। वहीं एसएसपी ने भी इस मामले में अग्रिम कार्रवाई के लिए आश्वासन दिया।
ओवर स्पीड थी बसें इस मामले में खोराबार एसओ रामआशीष यादव ने बताया कि गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर सभी अनुबंधित बसें बेलगाम चलती हैं। फेरा पूरा करने के चक्कर 80-100 किमी। प्रतिघंटा की स्पीड से फर्राटा भरती हैं। इसलिए इनका चालान काटना जरूरी था। वहीं गोरखपुर डिपो के एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव का कहना था कि केवल यूपी रोडवेज की बसों को टारगेट कर चालान काटना बिल्कुल गलत है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बस के भीतर लेग व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम को चेक करने पर पता चला कि बसें ओवरस्पीड नहीं थी। हालांकि एसओ खोराबार ने उनके दावे पर सवाल खड़े किए। गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर अनुबंधित बसें बहुत तेज चलती हैं। इसके चलते आए दिन एक्सीडेंट होते हैं। इसलिए इनका चालान काटा गया। -राम आशीष यादव, एसओ, खोराबार थाना