यूपी इलेक्शन 2017 : आधी आबादी का बढ़ गया जोर
- गोरखपुर की नौ विधानसभा सीट्स पर इस बार करीब दो दर्जन फीमेल्स आजमाएंगी किस्मत
- पिछली बार 15 कैंडिडेट्स ने मैदान में पेश की थी दमदारी - पार्टी के अलावा खुद के दम पर चुनाव मैदान में हैं महिलाएं GORAKHPUR: इलेक्शन का नाम आए और आधी आबादी का जिक्र न हो, ऐसा भला कहां हो सकता है। आधी आबादी यानी फीमेल वोटर्स को रिझाने के लिए कैंडिडेट्स के साथ-साथ पार्टियां भी अपने मेनिफेस्टो में तरह-तरह के लुभावने वादे करती हैं। मगर अब महिलाएं भी अपने अधिकारों को लेकर काफी सीरियस हो रही हैं और अपने जैसी दूसरी महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए चुनावी समर में भी ताल ठोक रही हैं। साल दर साल इनका आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। नौ विधानसभा में 22 कैंडिडेटइस बार विधानसभा इलेक्शन में फीमेल्स खुद आगे आई हैं। बड़ी पार्टीज ने भले ही एक्का-दुक्का लोगों को टिकट दिया हो, लेकिन शहर की महिलाएं अपनी जिम्मेदारी समझते हुए खुद ही राजनीति के इस समर में ताल ठोकने में लग गई हैं। गोरखपुर जिले की बात की जाए तो नौ विधानसभा में इस बार 22 फीमेल कैंडिडेट्स ने नॉमिनेशन किया है। पिछली बार 2012 के इलेक्शन में यह आंकड़ा 15 था।
अपने दम पर मैदान में कूदींइलेक्शन के रण में दम भरने वाली यह फीमेल्स किसी पार्टी के भरोसे नहीं, बल्कि खुद चुनावी संग्राम में कूद पड़ी हैं। इसमें कुछ पार्टीज की बड़े कैंडिडेट्स की बात छोड़ दी जाए तो ज्यादातर कैंडिडेट्स ऐसी हैं, जो निर्दलीय है। यह सभी अपने दम पर इलेक्शन लड़ने को तैयार हैं। कैंडिडेट्स की इस मुहिम में उनका परिवार और रिलेटिव्स इनके साथ है।
कुछ कैंडिडेट्स के फॉर्म रिजेक्ट इलेक्शन के लिए मैदान में कूदीं कुछ महिलाओं को थोड़ा निराशा हाथ लगी है। नॉमिनेशन पेपर्स की जांच के दौरान 2-3 कैंडिडेट्स के नॉमिनेशन रिजेक्ट कर दिए गए। अब यह कैंडिडेट्स अपने क्षेत्र की फीमेल्स के लिए इस बार प्रतिनिधि बनकर कुछ नहीं कर पाएंगी। अपनी ख्वाहिश पूरी करने के लिए उन्हें अब उन्हें अगले इलेक्शन का इंतजार करना पड़ेगा। 2017 कैंपियरगंज - 1 पिपराइच - 4 गोरखपुर अर्बन - 4 गोरखपुर रूरल - 3 सहजनवां - 1 खजनी - 2 चौरीचौरा - 2 बांसगांव - 3 चिल्लूपार - 2 2012 कैंपियरगंज - 2 पिपराइच - 3 गोरखपुर अर्बन - 1 गोरखपुर रूरल - 2 सहजनवां - 1 खजनी - 0 चौरीचौरा - 1 बांसगांव - 4 चिल्लूपार - 1