टीचर की राह देखती रही कॉपियां
- शिक्षकों के बहिष्कार से नहीं शुरू हुआ मूल्यांकन
GORAKHPUR : यूपी बोर्ड के रिजल्ट को लेकर शासन की मंशा पर अभी से प्रश्नचिन्ह लगने लगे हैं। शासन की मंशा के अनुरूप फ्0 मार्च से बोर्ड एग्जाम की कॉपी चेक करना शुरू होनी थी जिससे कि मई माह के फर्स्ट वीक तक रिजल्ट डिक्लेयर किया जा सके। मगर पहले दिन ही कॉपी चेकिंग का काम शुरू नहीं हो सका। अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे शिक्षकों ने पूरी तरह कॉपी चेकिंग का बहिष्कार किया। गोरखपुर में कॉपी चेकिंग के लिए भ् सेंटर बनाए गए हैं। जब तक पूरी नहीं होगी मांग, तब तकविभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश लेवल पर शिक्षकों ने कॉपी चेकिंग के बहिष्कार की घोषणा की थी। जिसका असर मंडे को जिले में पूरी तरह नजर आया। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह ने टीम के साथ जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री प्रेषित क्0 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। वहीं उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (वित्तविहीन गुट)के प्रदेश अध्यक्ष लालबिहारी यादव की अगुवाई में शिक्षकों ने सभी पांच सेंटर पर पहुंच कर मूल्यांकन का बहिष्कार किया। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (चेतनारायन गुट) के जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि जब तक सभी मांग नहीं मानी जाएगी, तब तक विरोध जारी रहेगा।
ख्0 परसेंट आना बाकी है कॉपी
राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल जेएन सिंह ने बताया कि गोरखपुर में विभिन्न जिलों से करीब फ् लाख कॉपियां आनी है। फ्0 मार्च से कॉपी चेकिंग का प्रॉसेस शुरू होना था। अब तक 80 परसेंट कॉपियां आई है। अभी कई जिलों से कॉपी आ रही है। शिक्षकों के बहिष्कार के कारण मंडे को कॉपी चेकिंग का काम शुरू नहीं हो सका। उम्मीद है कि ट्यूज्डे से कॉपी चेकिंग का प्रॉसेस शुरू हो जाएगा।