किसान के बेटे ने किया प्रदेश टॉप
- हाईस्कूल में 96.83 परसेंट के साथ सर्वेश बना टॉपर
- बस्ती के छोटे से गांव के स्कूल में पढ़ाई कर अपनी मेहनत से पाया मुकाम हाईस्कूल में 9म्.8फ् परसेंट के साथ सर्वेश बना टॉपर - बस्ती के छोटे से गांव के स्कूल में पढ़ाई कर अपनी मेहनत से पाया मुकामGORAKHPUR : GORAKHPUR : मेट्रो सिटी में रहकर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग वाले स्कूल में पढ़ कर सफलता नहीं मिलती। सफलता के लिए कड़ी मेहनत और मजबूत इरादों की जरूरत होती है। कुछ ऐसे ही इरादे हैं बस्ती के हरैया निवासी सर्वेश वर्मा के। जिसने एक गांव के छोटे से स्कूल से पढ़ कर यूपी बोर्ड के हाईस्कूल में प्रदेश टॉप किया। घर पर न कोई खास सुविधा और न ही पढ़ाने वाला कोई ट्यूटर। बस अपनी मेहनत और बहन की प्रेरणा से सर्वेश ने स्कूल और घर में रह कर पढ़ाई की और इस मुकाम को हासिल किया। सर्वेश का सपना आईएएस बनना ही नहीं, बल्कि सिविल सर्विसेज एग्जाम में टॉपर बनना है। सर्वेश देश के लिए कुछ करना चाहता है। सर्वेश ने यूपी बोर्ड के हाईस्कूल में भ्8क् अंक हासिल किए है। मतलब 9म्.8फ् परसेंट के साथ उसने प्रदेश टॉप किया है। गाजियाबाद अपनी मौसी के घर छुट्टी मनाने गए सर्वेश ने फोन पर आई नेक्स्ट से अपनी खुशी का इजहार किया।
म् घंटे की मेहनत ने दिखाया कमाल बस्ती के हरैया तहसील के सहसरांव गांव निवासी स्वामीनाथ किसान हैं। वह खेती के साथ परिवार के पालन-पोषण के लिए सब्जी का बिजनेस करते हैं। स्वामीनाथ तो पढ़ना-लिखना जानते हैं, मगर मां सोना देवी पूरी तरह अनपढ़ हैं। इसके बावजूद स्वामीनाथ और सोनादेवी को सपना अपने बेटे को शहर में बड़ा आदमी बनते हुए देखना है। मां-बाप के सपने को सच करने के लिए सर्वेश ने भी पूरी मेहनत की। बहन अंजली बभनान के एक कॉलेज में बीएससी की स्टूडेंट है। अपनी बहन को आइडल मानते हुए सर्वेश उसके साथ डेली म् घंटे पढ़ाई करता था। साथ ही सर्वेश इस सफलता के पीछे अपने स्कूल के प्रिंसिपल सुभाष तिवारी का भी अहम रोल मानता है क्योंकि उन्होंने कभी भी सर्वेश का हौंसला नहीं टूटने दिया। उसकी हर समस्या का समाधान किया और समय-समय पर कापी-किताब की मदद भी की। इस मदद के बाद सर्वेश ने सारी टेंशन छोड़ सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान लगाया और इस सफलता को हासिल कर लिया। सर्वेश ने अपने फ्रेंड्स विशाल वर्मा, संदीप वर्मा, अभिनव पांडेय का भी इस सफलता का श्रेय दिया।