डॉक्टर ने रिपोर्ट नहीं लगाई तो हंगामा
- एसआई्रसी ने मांगा स्पष्टीकरण
GORAKHPUR : जिला अस्पताल के क्षेत्रीय निदान केंद्र में अनट्रेंड रेडियोलॉजिस्ट सीटी स्कैन की रिपोर्ट लगा रहे हैं। ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि इस रिपोर्ट की विश्वसनीयता कितनी होगी? यह खुलासा स्वयं रेडियोलॉजिस्ट ने ही किया है। क्षेत्रीय निदान केंद्र में डॉ। वीपी सिंह सीटी स्कैन की रिपोर्ट लगाते हैं। मंगलवार को वह नहीं थे। उनकी अनुपस्थिति में डॉ। एमबी त्रिपाठी रिपोर्ट लगा रहे थे। इस दिन 16 सीटी स्कैन हुए थे जिसमें से 13 की रिपोर्ट गली थी। 3 सीटी स्कैन मेडिकोलीगल से संबंधित थे इसलिए डॉ। त्रिपाठी ने रिपोर्ट नहीं लगाई। इसको लेकर जब हंगामा हुआ तो बुधवार को एसआईसी ने डॉ। वीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा। डॉ। सिंह ने बताया कि वह मंगलवार को महराजगंज कोर्ट गए थे। एसआईसी ने इस मामले को चिकित्सा अधीक्षक डॉ। एके श्रीवास्तव को सौंपा है। डॉ। एमबी त्रिपाठी ने अपने स्पष्टीकरण में कहा है कि वह सीटी स्कैन की रिपोर्ट लगाने के लिए ट्रेंड नहीं है। डॉ। वीपी सिंह जब नहीं होते हैं तो मेडिकोलीगल सीटी स्कैन की रिपोर्ट नहीं लगती है। जब वह लौट कर बाते हैं तो रिपोर्ट लगाते हैं। अभी तक ऐसा ही होता आया है। जनरल मरीजों की रिपोर्ट उन्होंने अपनी जानकरी के मुताबिक लगाई थी। इस संबंध में पूछे जाने पर एसआईसी डॉ। एचआर यादव ने बताया कि डॉ। एमबी त्रिपाठी के स्पष्टीकरण से पता चला कि वे सीटी स्कैन की रिपोर्ट लगाने के लिए टे्रंड नहीं है। हालांकि जब भी उनसे सीटी स्कैन रिपोर्टिग की ट्रेनिंग के लिए कहा जाता है तो उनका जवाब यह होता है कि डीएमआरडी के दौरान उन्हें सीटी स्कैन रिपोर्टिग की भी ट्रेनिंग दी गई है।