यूनिवर्सिटी गेस्ट हाउस मामले में नहीं हुई कार्रवाई
-डीडीयूजीयू कर्मचारी संघ के अध्यक्ष के गेस्ट हाउस में रहने को लेकर अब तक नहीं हुई कार्रवाई
GORAKHPUR: बिना किसी प्रशासनिक आदेश के डीडीयूजीयू गेस्ट हाउस में रहने वाले कर्मचारी संघ अध्यक्ष के खिलाफ अब तक यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी की एडी बिल्डिंग में चर्चा है कि जब यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार ने दीक्षांत समारोह के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया था तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। दो लाख से ज्यादा किराया है बकायासुर्खियों में रहने वाले डीडीयूजीयू कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनीष त्रिपाठी के खिलाफ खलीलाबाद के रहने वाले चंदन उपाध्याय ने शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने कहा था कि मनीष 14 अप्रैल 2014 से 16 फरवरी 2015 तक रूम नंबर 306 में रहते थे। जिसका किराया 2,44,000 हुआ। जबकि वे 17 दिसंबर 2015 से 5 जनवरी 2016 तक रूम नंबर 215 में ठहरे। जिसका किराया 6,000 रुपए हुआ। लेकिन उन्होंने किराए का एक भी पैसा यूनिवर्सिटी में जमा नहीं किया।
दीक्षांत बाद होनी थी कार्रवाईशिकायत के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कर्मचारी संघ के अध्यक्ष के गेस्ट हाउस में रहने के मामले की जांच-पड़ताल कराई। जिसमें मामला सही पाया गया। इस बारे में रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी ने बताया कि चाहे कोई भी हो, बिना परमिशन गेस्ट हाउस में नहीं रह सकता है। उन्होंने कहा था कि दीक्षांत समारोह के बाद इस मामले में कार्रवाई के साथ-साथ ढाई लाख रुपए की रिकवरी भी कराई जाएगी। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मामले की जांच की जा चुकी है, बेशक इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। -प्रभाष द्विवेदी, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू