अब आसानी से होगी असली-नकली की पहचान
अवेयरनेस कैंप लगाकर व्यापारियों को असली-नकली नोट के बारे में बतया
व्यापारियों ने उत्सुकता पूर्वक पूछे सवाल, आरबीआई की क्लीन नोट योजना के बारे में भी बतायाGORAKHPUR : फेक नोट्स को लेकर अब गोरखपुराइट्स को परेशान नहीं होना पड़ेगा। कौन सी नोट असली है और कौन नकली, अब आप भी इसकी पहचान आसानी के साथ कर सकेंगे। मार्केट में फैली करोड़ों की फेक करेंसी की असलियत बताने के लिए आई नेक्स्ट कैंपेन चलाया। इससे जहां सिटी में फैले नेक्सस के बारे में गोरखपुराइट्स को इंफॉर्मेशन दी गई, वहीं बैंक्स के करेंसी चेस्ट से लेकर छोटे-बडे़ कारोबारियों, आम आदमी और देश की इकोनॉमी को किस तरह से नुकसान पहुंच रहा है, इसे भी उजागर किया। आई नेक्स्ट के इस कैंपेन का असर भी दिखने लगा है। जहां एसएसपी ने सभी थानेदारों को इस पर लगाम कसने के निर्देश दिए हैं, वहीं बैंक्स ने भी गोरखपुराइट्स को असली और नकली का फर्क बताने के लिए अवेयरनेस कैंपेन चलाना शुरू किया है।
यूनियन बैंक ने लगाया कैंपगोरखपुराइट्स को असली और नकली नोट की पहचान बताने के लिए बैंक्स भी एक्टिव हो गए हैं। आई नेक्स्ट की खबर के बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी पहल की। थर्सडे को महेवा मंडी स्थित मंडी कार्यालय के सामने अवेयरनेस कैंप लगाया गया। इस दौरान सब्जी और फल मंडी के व्यापारियों को फेक करेंसी पहचानने के लिए प्रैक्टिल ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान व्यापारियों ने अपने मन में उमड़ रहे सवालों के भंवर को शांत कराया। इतना ही नहीं यूबीआई की ओर से ऑफिशियल्स ने आरबीआई के क्लीट नोट कैंपेन के बारे में भी इंफॉर्मेशन दी।
बताई असली नोट से जुड़ी बारीकियां इस अभियान में मंडी के कारोबारियों और कर्मचारियों को नोट से जुड़ी बारीकियां बताई गई। नोटों को साफ सुथरा रखने पर बल दिया गया। वहीं इसपर स्टेपलिंग और न लिखने की भी ताकीद की गई। करेंसी एक्सपर्ट और बैंक की बेतियाहाता ब्रांच में मैनेजर एसडी मसतकार, असिस्टेंट मैनेजर पीसी पांडेय, कैशियर मोलहू प्रसाद और एंप्लाई एसपी त्रिपाठी ने व्यापारियों को असली और नकली नोट का अंतर समझाया। कार्यक्रम में वीर बहादुर चौधरी के साथ मंडी समिति कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।