गोरखपुर की सड़कों पर अनफिट एम्बुलेंस फर्राटा भर रही हैं. इमरजेंसी में यह एम्बुलेंस मरीजों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है. ट्रैफिक पुलिस द्वारा दो दिन के अभियान में 14 एम्बुलेंस सीज की गई हैं. एम्बुलेंस चेकिंग में पता चला है कि वह अनफिट होते हुए भी अस्पताल से मरीज ढो रही हैं. वहीं कई एम्बुलेंस ने आरटीओ में रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया था. साथ ही कई एम्बुलेंस चालक तो बिना डीएल के ही गाड़ी चलाते मिले जिनका चालान किया गया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। एसएसपी के निर्देश पर जिले में अवैध एम्बुलेंस के खिलाफ अभियान चलाया गया है, जिसके अंतर्गत ट्रैफिक पुलिस ने चेकिंग कर सोमवार को 9 और मंगलवार को 5 एम्बुलेंस सीज की हैं। ट्रैफिक पुलिस ने इस दौरान एम्बुलेंस का फिटनेस, ड्राइविंग लाइसेंस, अस्पताल रजिस्ट्रेशन समेत अन्य कागजातों की जांच की। 800 एम्बुलेंस, 435 का रजिस्ट्रेशन जिले में वर्तमान समय में आठ सौ से अधिक एम्बुलेंस दौड़ रही हैं। जबकि आरटीओ में केवल 435 एम्बुलेंस का ही रजिस्ट्रेशन है। यानी 365 से अधिक एम्बुलेंस मानक के विपरित अवैध ढंग से चल रही हैं, जिसको पकडऩे के लिए आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस ने अभियान चलाया है। बीआरडी में पकड़ी गईं 29 एम्बुलेंस


बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो माह में 29 एम्बुलेंस पकड़ी जा चुकी हैं। एम्बुलेंस माफिया साठगांठ करके मरीजों का सौदा करते हैं। यह मरीजों को बीआरडी से बहला फुसला कर प्राइवेट अस्पताल लेकर जाते हैं। जहां उन्हें मरीजों के बदले पैसे मिलते हैं। चेकिंग में धराए पुलिसकर्मी

बुधवार को अभियान के दौरान सड़क पर कई पुलिसकर्मी ट्रैफिक रूल का उल्लघंन करते हुए मिले, जिनके विरूद्ध ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई की। एक युवक स्प्लेंडर बाइक के नंबर प्लेट पर पुलिस लिखवाकर घूमता मिला, जिसका चलाना किया गया। इसी तरह कई पुलिसकर्मी बिना हेलमेट मिले, उनपर भी कार्रवाई हुई। एम्बुलेंस की चेकिंग की जा रही है। दो दिन में 14 एम्बुलेंस मानक के विपरित चलती मिलीं। उनका फिटनेस भी खत्म हो चुका था, ड्राइवर के पास डीएल भी नहीं मिला। इनका चालान कर गाड़ी सीज कर दी गई। अभी आगे भी यह अभियान चलता रहेगा।श्याम देव, एसपी ट्रैफिक

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