दो झटकों ने फिर रोकी सांसे
- सुबह 4.50 बजे और दोपहर 12.39 पर महसूस हुए झटके
GORAKHPUR : 'ना मजहब, ना शोहरत और न ही रंगों का फर्क था, ए मौत तेरे डर से सभी चेहरे एक से नजर आए'। सैटर्डे को गोरखपुराइट्स के पांव तले जमीन खिसकाने के बाद संडे को आए झटकों ने उनकी सांसे थाम दी। क्या आम और क्या खास, सभी एक जगह खुले आसमान के तले अपनों संग डरे-सहमे नजर आए। ख्भ् अप्रैल को तीन बार दस्तक देने के बाद ख्म् अप्रैल को भी भूकंप ने गोरखपुराइट्स के दिलों का डर दूर नहीं होने दिया। एक के बाद एक आए झटकों ने उनकी रात की नींद और दिन का चैन दोनों ही लूट लिया। मौसम एक्सपर्ट्स की मानें तो अगले ख्ब् घंटे भी अलर्ट रहने की जरूरत है। दूसरे दिन किसी की जान तो नहीं गई, लेकिन कई लोग घायल जरूर हो गए।सुबह हल्का, तो दोपहर में लगा करारा झटका
सैटर्डे को रेक्टर स्केल पर आंके गए 7.9 तीव्रता के भूकंप के बाद लोगों के दिलों में खौफ पैदा हो गया। दहशत में आए लोगों ने अपना आशियाना छोड़कर खुले मैदान में पनाह ली। इसके बाद भी उन्हें राहत नहीं मिल सकी। सुबह होते ही भ्.ब्0 पर आए हल्के झटके ने टेंशन थोड़ा दी और चाहकर भी वह अपने घरों में जाने से कतराते रहे। दोपहर करीब क्ख्.फ्9 पर फिर जबरदस्त झटके ने गोरखपुराइट्स को दहला दिया। अपने घरों को छोड़ फिर सारा शहर खुले आसमान के नीचे भागता नजर आया।
जारी रहा अफवाहों का दौर सैटर्डे को हुई भीषण तबाही के बाद संडे को भी यह सिलसिला जारी रहा। इस शहर में अफवाहों का दौर जारी रहा। इसमें सबसे ज्यादा अफवाहें वाट्सएप पर मैसेजेज के थ्रू फैलीं। इसमें लोग बगैर किसी एक्सपर्ट्स की राय और कुछ सोचे समझे, मैसेज को फार्वर्ड करते रहे, जिसकी वजह से गोरखपुराइट्स की टेंशन लगातार बढ़ती रही। एक झटका आने के बाद आगे लोग वाट्सएप पर तीन-चार नए टाइम दे देते, जिससे लोगों की डर और बढ़ जाता। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। रेलवे और रोडवेज ने भी बढ़ाया कदमलगातार बढ़ रही प्रॉब्लम को देखते हुए रेलवे और रोडवेज एडमिनिस्ट्रेशन ने भी हेल्प के लिए कदम आगे बढ़ाया है। रेलवे ने जहां नौतनवां, बढ़नी और नेपालगंज रोड स्टेशंस के साथ सभी रेलवे हॉस्पिटल्स पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इन तीनों स्टेशन पर नेपाल का बड़ा ट्रैफिक आता है, तो यहां पर रेलवे से जुड़े लोगों के साथ ही सिविलियंस का भी इलाज किया जाएगा। इसके लिए रेलवे रेग्युलर सिविल अथॉरिटीज के टच में है। इसके साथ ही रेलवे ने अर्थक्वेक अफेक्टेड पैसेंजर्स के लिए हेल्पलाइन काउंटर व हेल्पलाइन नंबर 0भ्भ्क्-ख्ख्0ब्89फ् भी ओपन किए हैं। वहीं रोडवेज ने नेपाल में फंसे इंडियंस के लिए ख्0 रोडवेज की बसें अवेलबल कराई हैं, जो फ्री ऑफ कॉस्ट उन्हें नेपाल से लेकर आएंगी।
रेलवे के सभी हॉस्पिटल्स को अलर्ट जारी कर दिया गया है। नौतनवां, बढ़नी और नेपालगंज रोड स्टेशंस पर अर्थक्वेक में अफेक्टेड नॉन रेलवे मेंबर्स का भी इलाज किया जाएगा। मेडिकल असिस्टेंस के लिए रेलवे सिविल अथॉरिटीज के रेग्युलर टच में है। - आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर रोडवेज की ओर से इंडियंस काठमांडू से लाने के लिए ख्0 बसें भेजी गई हैं। यह नेपाल में फंसे लोगों को फ्री ऑफ कॉस्ट यहां लेकर आएंगी। - सुग्रीव राय, आरएम, रोडवेज भूकंप के प्रिडिक्शन के लिए कोई मीटर या पैमाना नहीं है। अगले ब्8 घंटे तक अलर्ट रहने की जरूरत है। भूकंप रिपीट भी हो सकता है। - जेपी गुप्ता, डायरेक्टर, आईएमडी