- फीमेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जांच के नाम पर पेशेंट से पैसा वसूलते पकड़ी गई थी महिला

- सीएमओ के निर्देश पर दो सदस्यीय टीम करेगी नियुक्ति पत्र की जांच

- अब सीसीटीवी लगाकर की जाएगी कर्मचारियों की मॉनिटरिंग

GORAKHPUR : महिला जिला अस्पताल में जांच के नाम पर पेशेंट से पैसा वसूलते रंगे हाथ पकड़ी गई महिला की जांच सीएमओ स्तर से कराई जाएगी। सीएमओ ने जांच के लिए दो सदस्यीय टीम को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी है। पकड़ी गई महिला ने अपने आप को आशा बताया था और उसने हेल्थ विभाग से जारी होने वाले नियुक्ति पत्र भी दिखाया था। टीम सभी तथ्यों की जांच करेगी। मामले के बाद हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने कई जगहों पर सीसीटीवी लगाने का डिसीजन लिया है। लेकिन क्या सीसीटीवी लगाने भर से करप्शन पर रोक लग पाएगी?

अल्ट्रासाउंड के नाम पर लिया था पैसा

महिला जिला अस्पताल में फ्राइडे को दो महिला मरीज अल्ट्रासाउंड कराने आई थी। हॉस्पिटल कैंपस में उन्हें एक महिला मिली और उसने अपने आप को चरगांवा ब्लॉक की आशा बताते हुए जांच के नाम पर दो सौ रुपए लिए। इसकी जानकारी महिला अस्पताल की कर्मचारी और गार्ड को होने पर महिला को पकड़ लिया गया और एसआईसी डॉ। सुनीता कुमार के सामने पेश किया गया था।

अप्वाइंटमेंट लेटर की होगी जांच

महिला अस्पताल की एसआईसी डॉ। सुनीता कुमार ने जब महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह चरगांवा ब्लॉक की आशा है और स्वास्थ्य विभाग ने उसने नियुक्ति पत्र भी दिया है। नियुक्ति पत्र की फोटोकॉपी लेने के बाद महिला अस्पताल की एसआईसी ने मामले की जानकारी सीएमओ डॉ। आरपी गुप्ता को दी। सीएमओ ने इस मामले की जांच डॉ। एपी सिन्हा और डॉ। ओपी राव को सौंप दी है। मंडे को दोनों अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंपेंगे।

सीसीटीवी कैमरों से रुकेगा करप्शन?

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में लगातार वसूली, घूसखोरी और लापरवाही की शिकायत मिल रही हैं। पर्चे बनवाने के लिए लगने वाली आए-दिन जेबकतरे वारदात को अंजाम दे रहे हैं। कई मामले की शिकायत अफसरों तक पहुंचने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने अब सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है। कैमरे लगवाने के लिए शासन से पत्राचार भी किया जा रहा है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के एसआईसी डॉ। एचआर यादव ने बताया कि जल्द से जल्द संवेदनशील जगहों पर कैमरे लगवा कर निगरानी की जाएगी ताकि ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।

पहले भी पकड़े जा चुके हैं दलाल

नेता जी सुभाष चन्द्र बोस डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और जिला महिला अस्पताल में पहले भी जांच के नाम पर कई मरीजों से पैसा वसूलने का मामला प्रकाश में आ चुका है। इससे पूर्व टीका लगाने के नाम पर एक पेशेंट से चार सौ रुपए वसूले गए थे। जिसकी शिकायत पेशेंट ने एसआईसी से की थी। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 'दलाल' एक्टिव रहते हैं जो मरीजों को जाल में फंस कर उनसे वसूली करते हैं। इस मामले की शिकायत कई बार हेल्थ विभाग के अफसरों को मिली है, लेकिन हर बार जांच का हवाला देकर मामला रफा-दफा कर दिया जाता हैं।

जिला महिला अस्पताल में एक पेशेंट से अल्ट्रासांउड के नाम पर पैसा मांगने की शिकायत मिली है। महिला अस्पताल में पैसा लेते समय कर्मचारियों ने एक महिला को रंगेहाथ पकड़ा था। महिला ने अपने आप को आशा बताया है। मामले की जांच डॉक्टरों की दो सदस्यीय टीम को सौंपी गई है। मंडे को जांच टीम महिला के पास से मिले नियुक्ति पत्र की जांच करके रिपोर्ट देगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। आरपी गुप्ता, सीएमओ

Posted By: Inextlive