दो मंडियों की सफाई, प्राइवेट हाथों में थमाई
- महेवा मंडी स्थित चारों मंडियों की सफाई व्यवस्था सुधारने में लगा मंडी प्रशासन
- मछली, नवीन गल्ला मंडी की सफाई प्राइवेट और फल-सब्जी की सफाई नगर निगम के हवाले करने की तैयारी GORAKHPUR: नवीन मंडी महेवा में सफाई का दंश झेल रहे व्यापारियों के लिए नयी खुशखबरी है। अब मंडी में सफाई व्यवस्था चुस्त दुरुस्त नजर आएगी। मंडी को साफ-सुथरा बनाने के लिए मंडी प्रशासन ने इसे दो भागों में बांटने की तैयारी में लगा है। इसमें मछली और गल्ला मंडी की सफाई व्यवस्था जहां प्राइवेट हाथों में दी जाएगी, वहीं वहीं नगर निगम के पास फल और सब्जी मंडी की जिम्मेदारी होगी। अभी प्राइवेट संस्था को सफाई की जिम्मेदारी देने के लिए कुछ औपचारिकता बाकी है, जिसके बाद मंडी चमचमाती नजर आएगी। हर मंडी पर 40 हजार खर्चपूर्वाचल की सबसे बड़ी महेवा मंडी में गल्ला, मछली, फल और सब्जी सभी की मंडी है। इसकी सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी नगर निगम के पास है। मंडी प्रशासन हर माह सफाई के लिए निगम को 1 लाख 87 हजार रुपये देता है। फिर भी सफाई व्यवस्था पूरी तरह से धवस्त है। इस मामले में गंभीर हुए मंडी प्रशासन ने जिम्मेदारों ने मीटिंग कर एक अहम फैसला लिया। मछली व नवीन गल्ला मंडी में सफाई के लिए प्राइवेट संस्था को 80 हजार रुपये दिए जाएंगे। एक मंडी की सफाई के लिए 40 हजार रुपए खर्च होंगे।
मंडी के सफाई की जिम्मेदारी प्राइवेट संस्था को दी जाएगी। इसके लिए अभी टेंडर प्रक्रिया बाकी है। जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा। जिससे सफाई व्यवस्था सुदृढ़ हो सके। सुभाष यादव, सचिव, मंडी समिति