-दुर्घटना में घायल युवक की मौत पर बिगड़ा मामला

-फैमिली मेम्बर्स ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

-डॉक्टर्स ने किया कार्य बहिष्कार, आश्वासन पर एक घंटे बाद काम पर लौटे

GORAKHPUR: बड़हलगंज के पास हुए एक सड़क हादसे में दो लोग घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। ट्रामा सेंटर में उनका इलाज चल रहा था इसी दौरान एक घायल की मौत हो गई। मौत के बाद घायल के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए एक जूनियर डॉक्टर की पिटाई कर दी। इससे गुस्साए जूनियर डॉक्टर्स ने भी तीमारदारों की पिटाई कर दी। घटना के बाद घायल के परिजन फरार हो गए। मामले की जानकारी पाकर प्रशासनिक अमला भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गया।

इलाज में लापरवाही का आरोप

बड़हलगंज एरिया में टयूज्डे को विनय शाही और जयनेंद्र बाइक से कहीं जा रहे थे। इसी दौरान अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गए। परिवार के लोग दोनों को इलाज के लिए शाम पौने पांच बजे मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। साढे़ पांच बजे विनय की मौत हो गई। मौत की सूचना पर परिवार के लोग आक्रोशित हो गए। उनका आरोप था कि इलाज में देरी की वजह से उसकी मौत हुई है। इसी बात पर तीमारदार और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से कहासुनी हो गई। सूचना के बाद जूनियर डॉक्टर्स भी पहुंच गए। दोनों पक्षों के बीच इसी बात को लेकर मारपीट शुरू हो गई। इसी दौरान मौका पाकर परिवार के लोग भाग निकले।

पुलिस को दी गई सूचना

मामले की सूचना तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। डीएम रंजन कुमार, पुलिस प्रशासन के आला अफसर और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ। केपी कुशवाहा मौके पर पहुंच गए। काम बंद कर जूनियर डॉक्टर सुरक्षा व्यवस्था और ट्रामा सेंटर पर पुलिस बूथ बनाने की मांग करने लगे। आश्वासन के बाद डॉक्टर्स काम पर लौट गए। मेडिकल अफसर डॉ। विनय की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ काम में बाधा पहुंचाने और मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मरीज के साथ अधिकांश तीमारदार आते हैं। वे इलाज के लिए डॉक्टर्स पर दबाव बनाते हैं और मारपीट करते हैं। आए दिन यह समस्या बनी रहती है। यदि लोगों के व्यवहार में सुधार नहीं आया तो काम करना मुश्किल हो जाएगा।

डॉ। केपी कुशवाहा, प्राचार्य बीआरडी मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive