डेढ़ माह में दूसरी बार जला ट्यूबवेल, हजार घर पानी के लिए तरसे
- एक बार ट्यूबवेल जलने से दो से तीन दिन तक होती है प्रॉब्लम
- सबसे अधिक प्रॉब्लम बसंतपुर और घंटाघर में एक बार ट्यूबवेल जलने से दो से तीन दिन तक होती है प्रॉब्लम - सबसे अधिक प्रॉब्लम बसंतपुर और घंटाघर में GORAKHPUR: GORAKHPUR: गर्मी गोरखपुर के नागरिकों पर भारी पड़ने लगी है। शहर की हजारों पब्लिक कभी बिजली विभाग तो कभी नगर निगम की लापरवाही से बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है। एक बार फिर गोरखपुराइट्स पानी की प्रॉब्लम से दो-चार हैं, लेकिन उनकी परेशानी का कोई हल नहीं निकल सका है। जलकल की लापरवाही शहर का एक ट्यूबवेल पिछले डेढ़ माह में दो बार जल चुका है। इससे हासूंपुर और बसंतपुर के हजारों परिवार पिछले फ्म् घंटे से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं, मगर अब तक उन्हें राहत नहीं मिल सकी है। क्9 अप्रैल को हुआ था सहीहासूंपुर रामलीला मैदान में लगा ट्यूबवेल पिछले दो साल से प्रत्येक दूसरे या तीसरे माह जल जाता है, लेकिन इस बार तो हद ही हो गई। अप्रैल माह से लेकर अभी तक यह दो बार जल चुका है। स्थानीय नागरिक संजय श्रीवास्तव का कहना है कि क्9 अप्रैल को इसी ट्यूबवेल का मोटर जल गया। जिसको बदलने में जलकल को ब्8 घंटे लग गया। स्थिति यह हुई कि भीषण गर्मी में पब्लिक को भारी परेशानी का सामना करना पड़ गया। ख्क् अप्रैल को पब्लिक ने हंगामा किया जिसके बाद वह ठीक हो सका। वहीं फ्0 मई को उसी ट्यूबवेल में फिर खराबी आ गई। जिसको सही करने में जलकल को फ्म् घंटे लग गए। सोमवार को पुलिस लाइन का भी ट्यूबवेल जल गया, जिसको सही तो कर दिया गया, लेकिन वह बैसाखी के भरोसे चला रहा है। उसके बाद मंगलवार को सही किया गया।
यह एरिया हुई प्रभावित हासूंपुर, परशुराम मंदिर, रामलीला मैदान, दुर्गा चौक, बसंतपुर, छोटेकाजीपुर आंशिक, तुर्कमानुपर आंशिक जलकल के अधिकारियों की लापरवाही के कारण बार-बार ट्यूबवेल जल रहा है। एक बार ट्यूबवेल जलने के बाद बाद कम से कम ख्ब् घंटे बाद पानी मिलता है। गर्मी में और अधिक परेशानी होती है। अफताभ आलम, दुकानदार अप्रैल माह में जब ट्यूबवेल जला था, उसके बाद हम लोगों ने जलकल के अफसरों से कहा कि ट्यूबवेल की पूरी मरम्मत कराई और सामान बदल दिया जाए, लेकिन अभी तक नहीं बदला गया और ट्यूबवेल फिर से जल गया है। शेरू कुशवाहा, स्थानीय नागरिकजलकल की लापरवाही के कारण हाूंसपुर, बसंतपुर और राजघाट परशुराम मंदिर के आस-पास पूरे साल पानी का संकट छाया रहता है, इसी हासूंपुर का ट्यूबवेल गर्मी में हर माह जलता है।
तरुण पांडेय, व्यापारी नगर निगम के अफसरों की लापरवाही सब पर भारी पड़ती है। जलकल के अधिकारियों की लापरवाही से पूरे एरिया को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। राम प्रसाद, व्यापारी