दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में हुई फीस बढ़ोतरी ने स्टूडेंट्स को परेशान कर दिया है. जिम्मेदारों के फीस में बेतहाशा इजाफा करने से पेरेंट्स के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि इतनी ज्यादा फीस हम कहां से भरें.


गोरखपुर (ब्यूरो)।यूनिवर्सिटी की ओर से रोजाना सफाई दी जा रही है कि यह फीस बढ़ोतरी बाकी यूनिवर्सिटीज से कम है। हर जगह से थक हार कर स्टूडेंट्स अब वाइस चांसलर को ईमेल करके अपनी समस्या बता रहे हैं कि वे इतनी ज्यादा फीस जमा करने में असमर्थ हैं और उन पर पुराना फीस स्ट्रक्चर ही लागू किया जाए। हालांकि, मेल का अभी तक यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। बीबीए की फीस डबल से भी ज्यादा


यूनिवर्सिटी ने सेल्फ फाइनेंस प्रोग्राम्स की फीस को रिवाइज किया है। इसमें कुछ प्रोग्राम की फीस में एक से दो हजार की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, ज्यादातर कोर्स में 5000 से 32,000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। बीबीए थर्ड ईयर की फीस 18,000 से बढ़कर 50,000 रुपए हो गई। यह डबल से भी ज्यादा है। बढ़ी हुई फीस से स्टूडेंट्स के साथ ही पेरेंट्स भी परेशान हो गए हैं। यह उनके लिए एक्स्ट्रा बर्डन हो गया है। स्टूडेंट्स का कहना है कि वह इस फीस को अफोर्ड नहीं कर सकते। वह गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी के नाम पर एडमिशन लिए लेकिन यह फीस प्राइवेट इंस्टीट्यूट के जैसा है। 100 स्टूडेंट्स ने भेजा ईमेल

फीस बढ़ोतरी से परेशान बीबीए और एमबीए के 100 से भी ज्यादा स्टूडेंट्स ने वीसी को ईमेल भेज अपनी समस्या से अवगत कराया है। इसमें उन्होंने लिखा कि 'अचानक बढ़ी फीस से उन्हें वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। वे इस शुल्क को जमा करने में असमर्थ हैं। उनसे पुरानी फीस ही ली जाए.Óनहीं किया पेमेंटबीबीए और एमबीए के ज्यादातर स्टूडेंट्स ने अभी फीस पेमेंट नहीं किया है। उनका कहना है कि अभी उनके पास इतने पैसे ही नहीं है। वे पुरानी फीस देने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन नए फीस स्ट्रक्चर के हिसाब से पेमेंट कर पाना मुश्किल है। इससे उनकी पढ़ाई बीच में ही छूट सकती है। यूनिवर्सिटी की ओर से कैंपस स्टूडेंट्स को बिना लेट फीस रजिस्ट्रेशन की डेट 26 जून थी। वहीं, 500 रुपए लेट फीस के साथ 29 जून थी। अब अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन डेट एक्स्टेंड नहीं करता है तो इनकी आगे की राह कठिन हो जाएगी। पुराने स्टूडेंट्स के लिए बोझ

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नया फीस स्ट्रक्चर सिर्फ नए स्टूडेंट्स पर ही नहीं, बल्कि पुराने स्टूडेंट्स पर भी लागू किया है। कार्यपरिषद और वित्त समिति से पास कर नए सेशन से लागू कर दिया। पुराने स्टूडेंट्स जो पिछले सेमेस्टर में अलग फीस देते आ रहे हैं, उन्हें भी इस सेशन से लागू की गई नई फीस देनी होगी। उनके लिए ये एक बोझ बन गया है। आश्वासन के बाद भी कार्यवाही नहींफीस बढ़ोतरी से नाराज बीबीए, एमबीए और बीए-एलएलबी स्टूडेंट्स ने 20 जुलाई को एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद वीसी इनसे मिले और समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन लगभग 10 दिन बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। कुछ प्रोग्राम की पुरानी और नई फीस (रुपए में)प्रोग्राम पुरानी फीस नई फीसबीएससी एजी 14,000 पर सेमेस्टर 20,000 पर सेमेस्टरबीबीए सेकेंड ईयर 30,000 50,000 बीबीए थर्ड ईयर 18,000 50,000
एमबीए सेकेंड ईयर 68,000 1,00,000 बीएएलएलबी 34,500 पर सेमेस्टर 40,000 पर सेमेस्टरबीकॉम बैंकिंग इंश्योरेंस 11,000 पर सेमेस्टर 15,000 पर सेमेस्टरबीएजेएमसी 8,000 पर सेमेस्टर 10,000 पर सेमेस्टरएमएजेएमसी 8,000 पर सेमेस्टर 10,000 पर सेमेस्टर(इसमें यूनिवर्र्सिटी फीस एड नहीं है.)बीबीए थर्ड ईयर की फीस पहले 18 हजार थी, लेकिन उसे अब बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया गया है। डबल से भी ज्यादा फीस हम लोग कहां से भरें? वीसी को ईमेल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।राज तिवारी, बीबीए20 जुलाई को वीसी ने हमें आश्वासन दिया था कि फीस बढ़ोतरी की समस्या का समाधान किया जाएगा। ईमेल के जरिए अपनी समस्या बताई गई है, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।अर्पित मिश्रा, बीबीए
हमारी एमबी सेकेंड ईयर की फीस पहले 68 हजार रुपए थी, जिसे बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया है। इसे लेकर हम लोगों ने वीसी से मुलाकात की थी, लेकिन 10 दिन बाद भी कोई हल नहीं निकला। शुभम राय, एमबीएहम लोगों की फीस बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी गई है। इसे जमा करने में हम लोग असमर्थ हैं। सभी अधिकारियों से अपनी समस्या बताने के बाद कोई समाधान नजर नहीं आ रहा।निधि कुमारी, बीबीए

Posted By: Inextlive