ट्रायल पर उठ रहे सवाल
-हॉस्टल में एडमिशन के लिए चल रहा ट्रायल, धांधली का आरोप
GORAKHPUR: हॉस्टल में एडमिशन के ट्रायल के साथ विवादों का दौर भी शुरू हो चुका है। लास्ट इयर की तरह इस बार भी ट्रायल देने आए खिलाडि़यों ने सेलेक्शन पर सवाल उठाए। खिलाडि़यों ने आरोप लगाया कि अगर वे गेम में सभी को मात दे रहे हैं तो उनका सेलेक्शन क्यों नहीं हुआ। अभी एडमिशन के लिए सिर्फ डिस्ट्रिक्ट लेवल का ही ट्रायल पूरा हुआ है। सबसे अधिक कंपलेन रेसलिंग और क्रिकेट के खिलाड़ी कर रहे हैं। सबके सामने जीत, फिर भी सेलेक्शन से बाहररीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में हुए हॉस्टल में एडमिशन के लिए विभिन्न गेम के ट्रायल में पूरे जिले से सैकड़ों खिलाडि़यों ने रजिस्ट्रेशन कराया। निर्धारित डेट पर अपना प्रदर्शन करने स्टेडियम पहुंचे। सभी खिलाडि़यों ने अपनी मजबूत दावेदारी पेश करते हुए फिजिकल के बाद मेन गेम के ट्रायल में सभी को मात दी और अपना सेलेक्शन कंफर्म समझ लौटे। मगर जब मंडल में ट्रायल के लिए सेलेक्शन की लिस्ट जारी हुई तो कई खिलाड़ी चौंक गए। गेम में बेस्ट परफॉर्म करने के बावजूद उनका सेलेक्शन क्यों नहीं हुआ। ऐसे खिलाडि़यों की संख्या कई है, मगर अपने फ्यूचर को देखते हुए वे बोलने से कतरा रहे हैं। ऐसा ही हाल लास्ट इयर भी हुआ था। जब क्रिकेट के ट्रायल को लेकर स्टूडेंट्स ने विरोध जताया था।
वर्जन- ट्रायल में किसी प्रकार की धांधली नहीं हुई है। अगर किसी खिलाड़ी को कंपलेन है तो वह मुझसे मिले आकर। उसकी रिपोर्ट चेक करने के बाद जरूरत पड़ने पर एग्जाम दोबारा करा दिया जाएगा। कुश्ती में एक खिलाड़ी ने शिकायत की है। अश्विनी कुमार सिंह, रीजनल स्पोर्ट्स अफसर