गर्मी व उमस से बढ़े लोड की वजह से ट्रांसफॉर्मर दमतोडऩे लगे हैं. ओवरलोड होकर ट्रांसफॉर्मर आए दिन दगने के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. जबकि बिजली निगम का दावा है कि एरिया में ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता वृद्धि की जा रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड होने की वजह से हांपने लगे हैं। ट्रांसफॉर्मर जलने और इंसुलेटर पंचर होने से लोगों को आए दिन परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है। आधी अधूरी तैयारियों के बीच लोगों को बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ रही है। जुलाई में चलेगी 1531


आंकड़ों के मुताबिक शहर में अप्रैल माह में 10 ट्रांसफॉर्मर जल चुके हैं। वहीं मई माह में भी 12 से अधिक ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडिंग की भेंट चढ़े हैं। इसके अलावा गोरखपुर जिले की बात की जाए तो अप्रैल माह में 173 और मई माह में अब 120 ट्रांसफॉर्मर फुंक गए हैं। अगर सिर्फ शहर की बात की जाए तो 9 ट्रांसफॉर्मर जले हैं, जबकि जून माह में 8 ट्रांसफॉर्मर फुंक चुके हैं। गर्मी और उमस के साथ-साथ संख्या में भी इजाफा होने लगा है। हालांकि, जिम्मेदार इसको लेकर खुद है कि पिछले साल जुलाई में 1581 ट्रांसफॉर्मर जले तो इस साल जुलाई में सिर्फ 1531 जल चुके हैं। जिला अप्रैल में जले ट्रांसफॉर्मर मई में जले ट्रांसफॉर्मर गोरखपुर शहर 10 09

गोरखपुर 173 126देवरिया 202 112 महराजगंज 68 32संतकबीरनगर 75 48 जुलाई में जले ट्रांसफॉर्मर गोरखपुर शहर--34गोरखपुर प्रथम--209 गोरखपुर सेकेंड --342 महराजगंज-233देवरिया --441कुशीनगर--322नोट-जुलाई में कुल जले ट्रांसफॉर्मर 1531 बिछिया में ट्रांसफॉर्मर से तेल रिसाव मोहद्दीपुर बिजली घर से जुड़े बिछिया इलाके में 400 केवीए ट्रांसफॉर्मर से तेल का रिसाव होने की वजह से सप्लाई प्रभावित होने लगी है। सुबह से ही इस इलाके में बिजली की आवाजाही बनी रही। देर शाम को बिजली कर्मचारियों ने मेनटनेंस कार्य पूरा कर सप्लाई बहाल की। खोराबार में 250 केवीए का ट्रांसफॉर्मर जला

खोराबार बिजली घर से जुड़े भैरोपुर में शुक्रवार की रात अचानक 250 केवीए का ट्रांसफॉर्मर फुंक गया। रात में सप्लाई ठप होने से आसपास के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ लोगों ने इसकी कंप्लेन बिजली निगम के अफसरों से की। शनिवार को ट्रांसफॉर्मर बदला गया। करीब 3.30 बजे सप्लाई बहाल की जा सकी। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। गोरखपुर जोन में ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य तेजी से चल रहा है। पिछले साल के मुकाबले इस साल ट्रांसफॉर्मर कम जले हैं। जहां भी प्रॉब्लम आ रही है। नए ट्रांसफॉर्मर लगाए जा रहे हैं। - आशु कालिया, चीफ इंजीनियर

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