- 3 घंटे तक टिकट वैलिड, इसके बाद नहीं हो रहा है वापस

- एक हफ्ते में टिकट वापसी को लेकर तीन बार पैसेंजर्स कर चुके हैं हंगामा

- जबकि उस टिकट पर दिन भर कर सकते हैं सफर

GORAKHPUR :

पैसेंजर्स को बेहतर सुविधा प्रोवाइड करने का दावा करने वाले रेलवे के टिकट वापसी के रूल ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। टिकट वापस करने के इस रूल से रेलवे की कमाई तो बढ़ गई है, लेकिन पैसेंजर्स की परेशानी काफ ज्यादा बढ़ गई। ट्रेन लेट, कैंसिल और थोड़ी सी देर की वजह से अगर पैसेंजर्स को अपनी जर्नी कैंसिल करनी पड़ी तो उन्हें अपने दिए पैसे से हाथ धोना पड़ जा रहा है। ऐसे में आए दिन टिकट वापसी को लेकर पैसेंजर्स स्टेशन पर हंगामा काट रहे हैं, लेकिन रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने अब तक इसको लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

ट्रेन दिन भर तो टिकट तीन घंटे क्यों?

रेलवे का जनरल टिकट परचेजिंग के बाद महज 3 घंटे ही वैलिड रहता है। ऐसे में अगर उस बीच ट्रेन नहीं है और पैसेंजर को अपनी जर्नी कैंसिल करनी पड़ी, तब तो ठीक। वरना उनका पैसा डूबना ही तय है। वहीं उस टिकट पर अगर वह चाहे तो 24 घंटे में वहां से गुरजने वाली किसी ट्रेन में सफर कर सकते है। मुंबई जा रहे मुन्ना ने बताया कि मुंबई के लिए दिन भर में कई ट्रेंस हैं और एक बार टिकट ले लिया तो किसी भी ट्रेन पर सफर कर सकते हैं, तो फिर टिकट महज तीन घंटे के लिए वैलिड क्यों किया गया है?

तो ट्रेन के हिसाब से इश्यु करें टिकट

दिल्ली जाने वाले अजय की मानें तो रेलवे का यह रूल समझ के परे है। उन्हें इसमें मॉडिफिकेशन की जरूरत है। इसके लिए या तो रेलवे ट्रेन के हिसाब से जनरल टिकट इश्यु करे, अगर किसी को बांद्रा से सफर करना है, तो उसे बांद्रा का टिकट दिया जाए। वहीं अगर किसी को एलटीटी से सफर करना है, तो उसे एलटीटी का टिकट दें। इतना ही नहीं टिकट भी ट्रेन चलने से सिर्फ 2.30 घंटे पहले इश्यु करें। जिससे कि अगर कोई टिकट वापस करना चाहता है या उसकी ट्रेन छूट जाए, तो पैसेंजर का टिकट वापस हो सके।

1 जुलाई 2013 से चेंज हुआ है रूल

टिकट वापसी को लेकर रेलवे का यह रूल 1 जुलाई 2013 से लागू हुआ है। पहले जिस ट्रेन का टिकट लिया गया है, उस ट्रेन को छूटने के तीन घंटे पहले तक टिकट वापस किया जाता था, वहीं पूरे दिन वैलिड होने वाले टिकट की वापसी के लिए उस रूट पर जाने वाली लास्ट ट्रेन छूटने के 3 घंटे बाद तक टिकट कैंसिल कराया जा सकता था। लेकिन इस रूल के मुताबिक अब टिकट लेने के 3 घंटे तक ही बाद तक ही वापसी की जा रही है। वहीं अगर किसी ने एडवांस टिकट लिया है, तो उस कंडीशन में 24 घंटे पहले तक ही टिकट कैंसिल हो सकता है।

केस - 1

ट्यज्डे को कोचीन में ज्यादा भीड़ होने की वजह से कई पैसेंजर्स सफर नहीं कर सके। इसके बाद जब वह टिकट काउंटर पर पहुंचे तो वहां लंबी लाइन लगी थी। इसकी वजह से जब तक वह काउंटर पर पहुंचे, तब तक तीन घंटे बीत चुके थे। इसकी वजह से टिकट बुकिंग क्लर्क ने टिकट वापसी से इनकार कर दिया, जिसकी वजह से पैसेंजर्स ने जमकर हंगामा काटा।

केस - 2

फ्राइडे को मुंबई की ट्रेंस कैंसिल होने की वजह से पैसेंजर्स की जबरदस्त भीड़ टिकट काउंटर्स पर उमड़ पड़ी। इसकी वजह से बड़ी तादाद में पैसेंजर्स को टिकट लिए हुए तीन घंटे बीत गए। ऐसी कंडीशन में उन्होंने टिकट वापसी के लिए बुकिंग क्लर्क से नोक-झोंक की, वहीं सफलता न मिलने पर स्टेशन पर ही खूब हंगामा और नारेबाजी की।

ट्रेन छूटने की वजह से मैं टिकट रिफंड करने के लिए गया, लेकिन तीन घंटे बीत चुके थे, जिसकी वजह से मेरा टिकट वापस नहीं हो सका। अगर पहले टिकट न लो, तो भीड़ इतनी ज्यादा है टिकट ही नहीं मिल पाएगा और ट्रेन भी छूट जाएगी।

- मुन्ना

रेलवे का यह नियम गरीबों की जेब पर डाका डालने जैसा है। वह ट्रेन आने के 10 घंटे पहले भी टिकट बुक कर लेते हैं। मगर जब वापसी की बात आती है, तो सिर्फ 3 घंटे का हवाला देकर पैसे नहीं वापस करते।

- अमर सिंह

Posted By: Inextlive