गोरखपुर जेल पर कैदियों का कब्जा!
बेकाबू हो गए हैं बंदी
यहां पर जिला प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। जेल के अंदर के हालात को देखकर बाहर के सिपाही भी जेल में एंट्री करने से कतरा रहे हैं, वहीं हालात को बेकाबू होता देख जेल के अंदर की बिजली भी काट दी गई है। मामले की सूचना पर डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंच गए हैं। मरने वाला बंदी चिलुआताल का रहने वाला सूरजभान है। वह यहां हत्या के मामले काट रहा था। पिछले चार दिनों से उसकी तबीयत खराब थी। इससे नाराज बंदियों ने अब भी दो बंदीरक्षकों को अपने कब्जे में ले रखा है। इतना ही नहीं बंदी बैरकों की छत पर चढ़ गए हैं। साथ ही किचेन पर कब्जा करके गैस सिलेंडर खोलने की धमकी दे रहे हैं।
चार बंदी रक्षक घायल
गोरखपुर जेल में पिछले चार दिन से चल रहे तलाशी अभियान से नाराज बंदियों ने गुरुवार सुबह 8 बजे गोरखपुर जेल का फाटक खुलते ही बन्दी रक्षकों पर हमला कर दिया। इस हमले में तीन बंदीरक्षक घायल हो गए। एक की हालत गम्भीर है, तीनों को मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। बंदियों ने बैरक के पास एकत्र कूड़े के ढेर में आग लगा दी और गेट नम्बर 3 बन्द कर छत पर चढ़ कर मोर्चेबंदी कर ली। बन्दियों के तेवर देख जेलर डॉक्टर राजेश सिंह ने जेल का अलार्म बजा सारे बन्दी रक्षकों को तलब कर लिया। साथ ही प्रशासन से मदद मांगी। नौ बजे तक डीएम, एसएसपी पूरे जिले की फोर्स के साथ जेल में पहुंच गए। चेकिंग के दौरान 120 मोबाइल बरामद हुए हैं। हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। वहीं रबर बुलेट भी दागी गई है। अभी तक प्रशासनिक अमला हालात को काबू करने की कोशिश में लगा हुआ है।