- रेलवे स्टेशन पर आज मिली तीन लाश

- दो ट्रैक पर कटी मिली, एक कृषक की बोगी से उतारी गई

- इसमें एक आरपीएफ का रंगरूट भी शामिल

GORAKHPUR : गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर संडे को एक के बाद एक तीन लाशें जीआरपी के हवाले हुई। इसमें से एक लाश की पहचान नहीं हो सकी। सभी का पोस्टमार्टम कराकर रेलवे ने दो लाश उनके परिजनों को सौंप दी। दो की मौत ट्रेन से कटने की वजह से हुई, जबकि एक की डेड बाडी में कृषक एक्सप्रेस से उतारी गई। जीआरपी डेडबॉडी मिलने का रीजंस का पता लगाने में जुट गई है।

सुबह कृषक से उतारी गई पहली लाश

गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर संडे मार्निग क्भ्008 लखनऊ-मंडुआडीह कृषक एक्सप्रेस एक घंटे लेट पहुंची। इस दौरान सूचना मिली के एसएलआर कोच में एक डेड बॉडी है। सूचना मिलने के बाद जीआरपी के जवानों ने मौके पर पहुंच लाश को कब्जे में लिया और पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जीआरपी प्रभारी गिरिजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि कृषक में मिली लाश की पहचान गोला के रहने वाले स्व। वंशीधर शर्मा के पुत्र पं। उमा शंकर शर्मा के तौर पर हुई है, जिसकी उम्र भ्फ् साल थी। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया।

आरपीएफ का रंगरूट ट्रेन से कटा

अभी जीआरपी एक लाश का पंचनामा और बाकी फॉर्मेल्टी कर ही रही थी कि इस दौरान ट्रेन से एक युवक के कटने की सूचना मिली। जब टीम मौके पर पहुंची तो पता चला कि मृतक रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स का रंगरूट था। उसकी पहचान जयपुर जोधराला गांव के रहने वाले मोतीलाल मीना के पुत्र रामराज मीना के तौर पर हुई है। वह ख्म् साल का था। वह नवंबर ख्0क्ब् में ट्रेनिंग के लिए गोरखपुर आया था। सोर्सेज की मानें तो वह ट्रेनिंग को लेकर काफी दिन से परेशान चल रहा था। इसके साथ ही करीब क्क् बजे प्लेटफॉर्म नंबर क् के पास एक पैसेंजर मालगाड़ी से कट गया। उसकी पहचान नहीं हो सकी है।

आज तीन लाशें मिली हैं। इसमें एक आरपीएफ का रंगरूट था। दो की ट्रेन से कटने से मौत हो गई है, जबकि एक की डेड बाडी कृषक एक्सप्रेस से उतारी गई है।

- गिरीजा शंकर त्रिपाठी, प्रभारी, जीआरपी

Posted By: Inextlive