जाम से उकताए पुलिसकर्मियों का कहर मंगलवार को मारपीट रोडवेज कर्मियों की स्ट्राइक और ट्रैफिक जाम तक पहुंच गया. पुलिस द्वारा पिटाई के मामले से ड्राइवर का हाथ फ्रैक्चर हो गया. इस घटना के बाद से ड्राइवरों व कंडक्टरों ने स्टेशन रोड पर जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.


गोरखपुर (ब्यूरो)। रोडवेज स्टाफ के स्ट्राइक पर जाने से पैसेंजर बे'बसÓ हो गए। अधिकांश को अपना सामान समेटकर पैदल निकलना पड़ा। इसी बीच सिविल लाइंस स्थित कार्मल स्कूल के छुट्टïी होने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। स्कूली बच्चे और पेरेंट्स जाम में परेशान होते हुए नजर आए। करीब एक घंटे में रोडवेज व प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ। ड्राइवर व कंडक्टर्स को समझा बुझाकर जाम खुलवाया गया। तब जाकर आवागमन सुचारू रुप से संचालित हो सका।स्ट्राइक से भंयकर जाम
बता दें, रेलवे बस स्टेशन रोड पर आए दिन यूपी रोडवेज बस ड्राइवरों द्वारा बेतरतीब बसों को खड़ी कर जाम लगाए जाने का सिलसिला जारी है। इसी जाम के क्रम में मंगलवार दोपहर एक बजे सिद्धार्थनगर डिपो के सड़क पर जाम लगाने पर पुलिस कर्मियों द्वारा रोडवेज ड्राइवर को बस आगे ले जाने पर बहस शुरू हो गई। बात इतनी बिगड़ गई कि पुलिस वाले ने आपा खो दिया और बस ड्राइवर संदीप मिश्रा की पिटाई कर दी और उसका हाथ टूट गया। यह आरोप है संदीप मिश्रा का। इस घटना के बाद गोरखपुर डिपो पर तैनात सभी रोडवेज ड्राइवर और कंडक्टर ने जाम लगा दिया और पुलिस वालों के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे गोरखपुर डिपो के एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव ने मामले को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन ड्राइवर-कंडक्टर्स ने उनकी भी नहीं सुनी और जाम लगाते चले गए, जाम यूनिवर्सिटी चौक तक लग गया। इसी बीच कार्मल स्कूल की छुट्टïी हो गई और छुट्टïी के बाद बच्चे और पेरेंट्स भी परेशान हो गए। पेरेंट्स अपने बच्चों को लेकर जिधर भी जा रहे थे, उधर जाम का सामना करते हुए दिखे। यही नहीं एडीएम सिटी भी जाम में फंस गए। हूटर बजता रहा, लेकिन जाम का सामना उन्हें भी करना पड़ा। कैंट पुलिस के समझाने के बाद मामला हुआ शांत नाराज रोडवेज कर्मचारियों द्वारा जाम लगाए जाने के मामले की सूचना मिलते ही कैंट पुलिस, रोडवेज के अफसर और सिटी मजिस्ट्रेट के मौके पर पहुंच गए। उन्होंने किसी तरह कर्मचारियों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। वहीं, घायल रोडवेज ड्राइवर को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। इस दौरान करीब एक घंटे तक सड़क जाम होने से राहगीरों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कर्मचारी आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे। एआरएस महेश चंद्र श्रीवास्तव ने कैंट थाने में तहरीर देने की बात कही। मामले से आरएम को अवगत करा दिया गया है। पैदल ही निकल पड़ी पब्लिक


स्ट्राइक के चलते बसों के खड़े होने और शोरशराबे के बीच पैसेंजर भी सहम उठे। बड़ी संख्या में पैसेंजर, महिलाएं और बच्चे अपना सामान लेकर बस स्टैंड से पैदल ही निकल पड़े। कइयों ने फोन कर अपने करीबियों को स्टैंड तक बुलाया। जबकि दूरदराज के कई पैसेंजर बस चलने का इंतजार करते रहे। इस दौरान बसों का रेला लग गया। इन रूट के पैसेंजर प्रभावितसोनौली, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, चारबाग रूट पर चलने वाली बसें प्रभावित हुईं। फैक्ट एंड फीगर120 अनुबंधित बसें चलती हैं गोरखपुर डिपो से 77 निगम की बसें चलती हैं गोरखपुर डिपो से 1 घंटे के आसपास चली स्ट्राइक और जाम 60 बसों का मूवमेंट रहा प्रभावित रेलवे बस स्टेशन पर जाम न लगे। इसलिए पुलिस वाले ने रोडवेज ड्राइवर को हटाया, लेकिन दोनों में बहस बढ़ गई। ऐेसे में पुलिसकर्मी ने पिटाई कर दी। ड्राइवर को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। जाम खुलवा दिया गया।मंगलेश दुबे, सिटी मजिस्ट्रेट

Posted By: Inextlive