मुआवजा बांटने के लिए तय हुई जिम्मेदारी
- गवर्नमेंट ने तहसीलों को दिया बजट
- दो माह के भीतर देना होगा मुआवजा GORAKHPUR: सूखा पीडि़तों के घाव पर महरम लगाने की फिर कवायद हुई है। प्रदेश सरकार से जारी मुआवजा की राशि दो माह में बांटने का निर्देश दिया है। तहसीलवार टारगेट तय करके मुआवजा की रकम किसानों को बांटी जाएगी। करीब एक अरब, 15 करोड़ रुपए सूखा प्रभावित किसानों को दिए जाएंगे। प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि राहत बांटने में कोई लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी। चौपट हो गई थी धान की फसलपिछले साल धान की फसल खराब होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ। कम बारिश होने से पैदावर कम हुई। सूखे के साथ-साथ अन्य आपदाओं का फसल पर भारी असर पड़ा। इससे किसानों के सामने अनाज का संकट खड़ा हो गया। किसानों की मांग पर तहसीलवाद सर्वे कराकर प्रशासन ने मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। बजट जारी होने के बाद संबंधित अधिकारी, कर्मचारी किसानों को राहत नहीं दे सके। मार्च में बजट वापस होने का खतरा बढ़ने पर अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। दोबारा दो माह का समय लेकर मुआवजा बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
खजनी में ज्यादा, सदर में कम नुकसानवर्ष 2015 में सूखे का सबसे ज्यादा खजनी तहसील प्रभावित हुआ। दूसरे नंबर पर चौरीचौरा, तीसरे नंबर पर गोला तहसील रही। सबसे कम नुकसान का आंकलन सदर तहसील में किया गया था। इसके अनुरूप तहसीलवार मदद मांगी गई है।
तहसील जारी बजट खजनी 284960000 गोला 210850000 चौरीचौरा 210000000 बांसगांव 127185000 कैंपियरगंज 85110000 सहजनवां 53150000 सदर 44545000 वर्जन सूखा प्रभावित किसानों के लिए बजट जारी हो गया है। तहसीलवार बजट भेज दिया गया है। वितरण में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डॉ। चंद्रप्रकाश, एडीएम फाइनेंस