आवारा कुत्तों का आतंक, एआरवी लगवाने को लग रही कतार
गोरखपुर (ब्यूरो)। सामान्य दिनों में प्रतिदिन जहां लगभग 120-130 पीडि़त पहुंच रहे थे, वहीं इस समय यह संख्या बढ़कर 180 से 190 के करीब पहुंच गई है। सिर्फ जुलाई के शुरुआत चार दिनों (1 जुलाई से 4 जुलाई) के बीच करीब 543 लोगों ने एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाई है। इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। सुबह लग जा रही लाइन
आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि इनके शिकार मरीज सुबह ही जिला अस्पताल पहुंच जा रहे हैं। सुबह आठ बजे से ही एआरवी सेंटर के आगे लंबी लाइन लग जा रही है। राहत की बात यह है कि जिला अस्पताल में अभी पर्याप्त मात्रा में एआरवी उपलब्ध है। जो कि अभी 1000 वायल बची हुई है। एक वायल में पांच डोज होती है। सुबह से दोपहर दो बजे तक लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। सोमवार को सबसे ज्यादा संख्या रहती है। बुधवार को भी बड़ी संख्या में पीडि़त पहुंचे, सभी को एआरवी लगाई गई। तेज गर्मी व भूख से आक्रामकता
गर्मी के मौसम में कुत्ते ज्यादा आक्रामक होते हैं। इस वजह से वह सड़कों पर आने-जाने वाले लोगों को दौड़ाते हुए काटते हैं। इसके पीछे पशु चिकित्सक भोजन की कमी और तेज तापमान को कारण मान रहे हैं। डॉ। राजेश तिवारी ने बताया कि जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है कुत्तों में चिड़चिड़ापन और बेचैनी के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। कुत्ते जीभ से तापमान का नियंत्रण करते हैं। छाव और ताजे पानी की कमी से कभी-कभी उनके व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिलते हैं। इससे भौंकना, आक्रामकता आदि शामिल हैं। वह आते-जाते किसी को भी दौड़ाने लगते हैं और काट लेते हैं। ऐसे कर सकते हैं बचाव - कुत्तों को बच्चे से दूर रखें, दौड़ाने पर रुक जाएं।- कुत्तों के काटने के बाद 10 से 12 बार काटने वाले स्थान को साबुन से धोएं। डॉक्टर से संपर्क कर इलाज कराएं। -घर के आसपास रहने वाले कुत्तों के पानी और भोजन की व्यवस्था करें।-गर्मी के समय कुत्तों को परेशान न करें, न ही उन्हें मारे, इससे वह और आक्रामक हो जाते हैं। -पालक अपने कुत्तों को रैबीज वाले वैक्सीन जरूर लगवा लें। मार्च माह में लगे एआरवी 134, 215, 194, 160, 380, 170, 321, 230, 209, 343, 210, 148, 230, 196, 218, 219, 196, 144, 103, 200, 175, 311, 194, 135, 135, 215. अप्रैल माह में लगे एआरवी
220, 264, 145, 193, 232, 165, 210, 325, 160, 145, 210, 170, 230, 284, 178, 142, 205, 116, 150, 310, 170, 142, 180, 187, 178, 285, मई माह में लेग एआरवी 265, 185, 110, 83, 200, 236, 244, 174, 120, 159, 153, 197, 175, 170, 168, 164, 227, 150, 134, 155, 130, 164, 215, 160, 108. जून माह में लगे एआरवी 159, 122, 143, 281, 155, 102, 184, 176, 143, 263, 168, 144, 175, 175, 179, 177, 268, 117, 175, 156, 162, 262, 158, 119, 114, 112. जुलाई माह में अब तक लगे एआरवी 179, 210, 154 अब तक एआरवी लगाए गए। खोराबार एरिया से आ रहे पीडि़त जिला अस्पताल का एक हेल्थ कर्मी से बताया कि इस समय सबसे ज्यादा खोराबार एरिया से पीडि़त आ रहे हैं। सीएचसी और पीएचसी पर एआरवी उपलब्ध है। इसके बावजूद भी जिला अस्पताल में ज्यादा भीड़ बढ़ गई है। मरीजों का कहना है कि सीएचसी और पीएचसी पर हफ्ते में सिर्फ एक बार वैक्सीन लगती है, इसलिए मजबूरी में जिला अस्पताल आना पड़ता है। केस 1-शाहपुर एरिया के राप्तीनगर की रहने वाले प्रिया के दो साल की बच्ची दरवाजे में खेल रही थी। इस दौरान आवारा कुत्ते ने उसे काट लिया। वह जिला अस्पताल के एआरवी सेंटर पर बच्ची को वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंची थी।
केस 2-कैंट एरिया के झारखंडी कर रहने वाले आकांक्षा किसी काम से मंगलवार को बाहर निकली थी। इस दौरान उन्हें रास्ते में एक आवारा कुत्ते ने दौड़ाकर काट लिया। वह एआरवी लगवाने के लिए जिला अस्पताल आई थी। केस 3-शाहपुर एरिया के बिछिया की रहने वाले पुष्पा देवी ने बताया कि वह 27 जून को वह घर से बाजार के लिए निकली। इस दौरान रास्ते में कुत्ते ने उन्हें काट लिया। इलाज के लिए वह अस्पताल पहुंच और एआरवी वैक्सीन लगवाया है। ताकि वह सुरक्षित रहे सके। केस 4-बेलीपार एरिया भवापार के रहने वाले सूरज का कहना है कि मेरा 15 माह का बच्चा है उसे कुत्ते ने काट लिया था। घर के अंदर बिल्ली भगाने के दौरान उसे भी काट लिया। अस्पताल में एआरवी लगवा रहे हैं। केस 5-चिलुआताल एरिया के नवापार की रहने वाली पुष्पा साहनी को 27 जून को कुत्ते ने काट लिया था। उन्होंने अभी तक एआरवी की दो डोज लगवा चुकी है। अंतिम डोज लगवाना बाकी है। दिन में गर्मी होने के कारण कुत्ते ठंड वाली जगहों पर बैठकर समय काटते हैं। दिन भर की गर्मी व भोजन नहीं मिलने से आने-जाने वालों को दौड़ाते हैं। इस समय कुत्तों के काटने की संख्या भी बढ़ जाती है।
डॉ। संजय श्रीवास्तव, पशु चिकित्सक अस्पताल में एआरवी की पर्याप्त व्यवस्था है। अभी 1000 वायल वैक्सीन बची हुई है। खत्म होने के पहले और वैक्सीन मंगा ली जाएगी। किसी को दिक्कत नहीं होने पाएगी। डॉ। राजेंद्र ठाकुर, एसआईसी जिला अस्पताल