दो नन्हें हाथों से गढ़ दी 308 हाथ वाली मां की प्रतिमा
- 15 साल के हर्ष वर्मा उर्फ भोलू ने बनाई मां की अद्भुत प्रतिमा
GORAKHPUR: प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। 15 साल के हर्ष वर्मा उर्फ भोलू को देखकर यह बात सच साबित होती है। दसवीं के स्टूडेंट किशोर ने अपने दो नन्हें हाथों से चार फुट ऊंची नव दुर्गा की 308 हाथ वाली प्रतिमा गढ़ दी है। मां दुर्गा के इस अद्भुत रुप वाली प्रतिमा के साथ ही इसके बाल मूर्तिकार की भी खूब चर्चा है। आसपास के लोगों सहित बंगाल से आए मूर्ति कलाकार भी इस अद्भुत मूर्ति और मूर्तिकार को देखने के लिए आने लगे हैं। उनका कहना है कि ऐसी मूर्ति अभी तक न हमने बनाई है, न देखी है और न ही कल्पना ही की है। मूर्ति की यह है खासियतबाल मूर्तिकार हर्ष बताते हैं कि उन्हें इस प्रतिमा की अवधारणा अपने आप मन में आई। निर्माण के पहले उसने ऐसी कोई मूर्ति या तस्वीर भी नहीं देखी थी। उसने बताया कि दशहरा से करीब चार महीने पहले घर पर ही वह एक काल्पनिक मूर्ति बनाने लगा। इतना जरूर सोचा था कि इस मूर्ति में मां दुर्गा के इस बार 308 हाथ लगाऊंगा, जबकि पिछले साल मैंने 76 हाथों वाली प्रतिमा बनाई थी। इस प्रतिमा में 308 हाथों वाली मां दुर्गा के साथ नव दुर्गा, 22 शेर, 12 राक्षस सहित कुल 36 देवी-देवताएं विराजमान हैं। इनमें मां गायत्री, विंध्याचल देवी, वैष्णव माता, शीतला माता, छठ माता, संतोषी मां, ज्वाला देवी, प्रकृति देवी, मंशा देवी, तारा माता, श्रीकृष्ण, गणेश जी, बजरंगबली, नारद मुनि, शनिदेव, भैरो बाबा, कार्तिकेय, छह सांप, शिवलिंग, मां पार्वती, गंगा माता, ब्रम्हा, विष्णु, इंद्रदेव और अग्निदेव आदि स्थापित हैं।
बिना सांचे का चेहरा, खुद बनाई ज्वेलरी इससे भी अधिक खास तो यह है कि इस प्रतिमा को बनाते समय मूर्तिकार ने किसी भी रेडिमेड सामान का प्रयोग नहीं किया है। मूर्तियों का चेहरा और सभी 308 हाथों सहित अन्य देवी-देवताओं के हाथ का पंजा भी सांचा में नहीं बल्कि हर्ष ने खुद अपने हाथों से बनाया है। हर्ष के मुताबिक मूर्ति बनाने से अधिक समय उनके चेहरे, हाथ व ज्वेलरी बनाने में लग गया। लगा दी अपनी पॉकेट मनीमूर्तिकार हर्ष ने बताया कि इस मूर्ति को बनाने में करीब छह से सात हजार रुपए की लागत लगी है। उसने बताया कि मैं पेशे से मूर्तिकार तो नहीं हूं, लेकिन शौकिया मैं पिछले करीब तीन साल से मूर्ति बना रहा हूं। शायद इसके बाद मूर्ति ना भी बनाऊं। क्योंकि इससे पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। उसने बताया कि पूरे साल की पॉकेट मनी उसने मूर्ति बनाने में लगा दी। इसके अलावा समिति के लोगों ने भी मूर्ति के सामान खरीदने के लिए पैसों से मदद की।
रायगंज में स्थापित होगी मूर्ति एक नन्हे कलाकार की बनाई यह अद्भुत प्रतिमा सिटी के रायगंज स्थित एक दुर्गा पंडाल में गुरुवार को स्थापित होगी। इसी पंडाल में मां दुर्गा की एक विशाल प्रतिमा भी स्थापित होगी। भोलू यहीं का रहने वाला है और शुरु से इस आयोजन समिति से जुड़ा रहा है। इसी कारण उसने अपनी प्रतिमा इसी पंडाल में स्थापित करने का निर्णय लिया। वायरल हुई फोटो यह अनोखी प्रतिमा दो दिनों के अंदर सिटी व्हाट्सअप और फेसबुक पर अभी से वायरल हो गई है। इसे देखने आने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां आने वाले सभी श्रद्धालु इस प्रतिमा की फोटो लेकर सोशल नेटवर्किग पर खूब शेयर कर रहे हैं।