Gorakhpur News : चढऩे लगा पारा, बढऩे लगे उल्टी-दस्त और डायरिया पेशेंट
गोरखपुर (ब्यूरो)।डॉक्टर मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें गर्मी से बचने व खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं।
तेज गर्मी और तापमान बढ़ते ही उल्टी-दस्त के मरीज बढऩे लगे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में हर रोज तीन से चार मरीज डायरिया का इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। यह सरकारी आंकड़ा है। अगर प्राइवेट हॉस्पिटल की बात करें तो इनमें रोजाना 150 की ओपीडी में 20 से 25 लोग डायरिया से पीडि़त पहुंच रहे हैं। इनमें से तीन से चार गंभीर मरीजों को डॉक्टर हॉस्पिटल में भर्ती कर लेते हैं। डायरिया की चपेट में बच्चे, युवा और बुजुर्ग भी आ रहे हैं। हर रोज गर्मी के तेवर बढ़ते जा रहे हैं। दोपहर के समय चलने वाली लू लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। 39 डिग्री से अधिक तापमान रहने से लोग बीमारी हो रहे हैं। उल्टी-दस्त शुरू होने से लोगों को सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों का सहारा लेना पड़ रहा है। डायरिया से बचाव के लिए करें उपाय प्रदूषित जल का सेवन न करें।खुले में रखे कटे फल व जूस का प्रयोग न करें।आरओ या उबला हुआ पानी ठंडा करके पीएं।बासी भोजन का इस्तेमाल न करें।धूप में निकलते समय छाते का इस्तेमाल करें।
घर से बाहर निकलने पर शुद्ध पानी अधिक से अधिक पीएंओआरएस व नींबू का पानी समय-समय पर पीते रहे। गर्मी में डायरिया फैलने की संभावना अधिक रहती है। इससे बचाव के लिए सावधानी जरूरी है। प्रदूषित जल पीने व बाजार में खुले में बिक रहे जूस व अन्य खाद्य सामग्री डायरिया के मुख्य वजह है। डॉ। बीके सुमन, वरिष्ठ फिजिशियन डायरिया से बचाव के लिए सफाई का विशेष ध्यान रखें। खुले में रखा खाना और प्रदूषित जल न पीएं। वाटर फिल्टर न होने पर उबले पानी को ठंडा करके पीएं। डिहाइड्रेशन से शरीर में पानी कीम कमी जानलेवा हो सकती है। ऐसे में शुद्ध पानी अधिक से अधिक पीएं। डॉ। राजेश कुमार, फिजिशियन