भूख हड़ताल पर बैठे मानदेय टीचर्स
- यूनिवर्सिटी की एडनिमिस्ट्रेटिव बिल्डिंग पर की भूख हड़ताल
GORAKHPUR : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली के विरोध में संडे को यूनिवर्सिटी के टीचर्स ने भूख हड़ताल की। यूनिवर्सिटी की एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग पर हड़ताल पर बैठे मानदेय टीचर्स का कहना है कि उनके संबंध में यूनिवर्सिटी की एग्जिक्युटिव काउंसिल ने शासन के आदेश, आश्वासन समिति के निर्देश और महामहिम राज्यपाल के निर्देश के बाद भी इस मामले में अब तक कोई सार्थक कदम नहीं उठाया है। पिछले हफ्ते भी मानदेय टीचर्स भूख हड़ताल पर बैठे थे। क्988 से कर रहे हैं वर्कक्988 से ही यूनिवर्सिटी में मानदेय टीचर्स वर्क कर रहे हैं और उनके विनियमितीकरण का प्रस्ताव ईसी ने तैयार कर पहले ही शासन को भेजा है, जो अब तक पेंडिंग है। एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह की ओर से सीएम से पूछे सवाल के जवाब में यह बात सामने आई है कि यह मामला अभी लंबित है और उन्हें विनियमितिकरण का आश्वासन भी दिया गया है।
वीसी ही नहीं कर रहे हैं पहलमानदेय टीचर्स की मानें तो ईसी ने अपने सर्वसम्मति प्रस्ताव में पॉजिटिव रिस्पांस दिया है। उन्होंने शासन को भेजे गए लेटर में यह कहा है कि विनियमितिकरण की परिधि में आने वाले मानदेय टीचर्स के पदों पर किसी तरह की नियुक्ति प्रक्रिया नहीं अपनाई जाएगी। वहीं उनके विनियमितिकरण होने तक उनको पदों पर बनाए रखा जाएगा। मगर पूर्व वीसी प्रो। पीसी त्रिवेदी और मौजूदा वीसी प्रो। अशोक कुमार ने भी इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया है, जबकि यूनिवर्सिटी एक्ट क्9ख्फ् की धारा फ्क् (फ्)बी में स्पष्ट उल्लेख है कि एग्जिक्युटिव काउंसिल के डिसिजंस का अनुपालन करना वीसी की प्राथमिकता और कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि यह उपवास यूनिवर्सिटी की इस कार्यप्रणाली के विरोध में है। प्रोग्राम की अध्यक्षता डॉ। दुर्गा प्रसाद यादव ने की। इस दौरान डॉ। शक्ति सिंह, डॉ। प्रमोद कुमार शुक्ला, डॉ। क्रांति किरणेश दुबे, डॉ। शैलेंद्र साहनी के साथ बड़ी तादाद में मानदेय टीचर्स मौजूद रहे।