कंडक्टर्स की मनमानी से स्मार्ट कार्ड बना शोपीस
- यूपी रोडवेज की स्मार्ट कार्ड लिए तीन महिला शिक्षिकाओं ने गोरखपुर डिपो के एआरएम से की शिकायत
GORAKHPUR: यूपी रोडवेज की बसों से सफर करने वाली शिक्षिकाओं ने बस कंडक्टर के खिलाफ शिकायत की है। उनका आरोप है कि बस कंडक्टर एसबीआई स्मार्ट कार्ड पर उन्हें यात्रा कराने से मना कर रहे हैं और बस में बैठने नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण उन्हें फिर से किराया देकर सफर करना पड़ता है। रास्ते में उतारने की धमकीगोरखपुर से सुकरौली और हाटा पढ़ाने के लिए जाने वाली तीन महिला शिक्षिका संध्या सिंह, अमृता श्रीवास्तव और सपना शुक्ला ने गोरखपुर डिपो के एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव से शिकायत की। उन्होंने बताया कि स्मार्ट को कंडक्टर्स वैध नहीं मानते और टिकट बनाने की बात करते हैं। जबकि उन्होंने विभाग में पैसा जमा कर स्मार्ट कार्ड लिया है। अगर स्मार्ट कार्ड यात्री बस में बैठ जाता है तो उसे बीच रास्ते में उतारने की धमकी देते हैं। अगर यहीं हाल रहा तो फिर पैसेंजर्स स्मार्ट कार्ड क्यों बनवाएंगे।
नहीं तो होगी सख्त कार्रवाईइस शिकायत पर एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बस कंडक्टर को निर्देशित किया है कि वह किसी भी स्मार्ट कार्ड यात्री के साथ बदसलूकी न करें। अगर ऐसे पैसेंजर्स को वह टिकट बनवाने के लिए मजबूर करते हुए पाए गए तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं स्मार्ट कार्ड लिए यात्रियों से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत है, तो वह स्टेशन इंचार्ज या फिर एसबीआई को-आर्डिनेटर संजय सिंह से लिखित शिकायत कर सकते हैं।