न्यू सेशन में नहीं होगी टीचर्स की किल्लत
- पठन-पाठन बेहतर हो इसके लिए सरकार ने टीचर्स भर्ती प्रक्रिया में आ रही अड़चनों को किया दूर
- शासन की तरफ से यूनिवर्सिटी को नये आरक्षण रोस्टर के तहत भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का दिया आदेश GORAKHPUR: डीडीयूजीयू में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी है। अब उनकी क्लासेज टीचर्स की वजह से नहीं अटकेगी और स्मूदली कंडक्ट होंगी। यूनिवर्सिटी में टीचर्स के खाली पड़े 180 पदों पर जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। भर्ती में आरक्षण रोस्टर को लेकर जो पेंच था, वह भी समाप्त हो गया है। प्रदेश सरकार की तरफ से नया आरक्षण रोस्टर जारी कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन की माने तो न्यू सेशन 2016-17 स्टार्ट होने से पहले भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके लिए जल्द ही वीसी इस संबंध में निर्णय लेंगे। क्लासेज पर पड़ रहा था इफेक्टएक दशक से रुकी भर्ती प्रक्रिया के चलते डीडीयूजीयू में टीचर्स की भारी कमी हो गई है। हर साल टीचर्स रिटायर होने की वजह से स्टूडेंट्स को पढ़ने में काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही थी। कई डिपार्टमेंट में टीचर्स रिटायर होने के बाद स्टूडेंट्स को सेल्फ स्टडी कर नय्या पार लगानी पड़ी। एमएससी केमेस्ट्री के फोर्थ सेमेस्टर में सॉलिड स्टेट, बायोलॉजिकल, कंप्यूटेशनल, न्यूक्लियर एंड रेडिएशन और प्रोपिलेंट एंड एक्सप्लोसिव केमेस्ट्री का पेपर कई साल से नहीं पढ़ाया जा रहा है। फोर्थ सेमेस्टर में पहले आठ वैकल्पिक पेपर हुआ करते थे, लेकिन अब स्टूडेंट्स की मजबूरी है कि ड्रग्स एंड एग्रो केमिकल, पॉलीमर केमिस्ट्री और इनऑगेनिक मैटेरियल में से कोई एक लेकर पढ़े और परीक्षा दें। मैथ में भी बीएससी थर्ड इयर पांचवा वैकल्पिक पेपर ऑस्ट्रोनॉमी नहीं पढ़ाया जा रहा है। एमएससी फर्स्ट इयर के फर्स्ट सेमेस्टर में प्रोग्रामिंग इन सी और एमएससी सेकेंड इयर में रिलेटिविटी, स्पेशल फंक्शंस और बॉयो मैथमेटिक्स सब्जेक्ट नहीं पढ़ाया जा रहा है।
स्टूडेंट्स के बीच उत्साहयूनिवर्सिटी टीचर्स के बीच जबसे इस बात की खबर लगी है कि जल्द ही टीचर्स की भर्ती प्रक्रिया स्टार्ट हो जाएगी। तब से यूनिवर्सिटी टीचर्स और स्टूडेंट्स के बीच जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। साइंस फैकेल्टी में जिन सब्जेक्ट्स में सबसे ज्यादा टीचर्स की कमी थी, उन सब्जेक्ट्स की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन को घेरने के लिए टीचर्स भर्ती ही एक मुद्दा बचा था, लेकिन भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह भी के समाप्त हो जाएगा। जानकारों की माने तो टीचर्स भर्ती होने से सबसे ज्यादा फायदा स्टूडेंट्स का होगा। यूनिवर्सिटी प्रदेश और देश में अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफल साबित होगी।
खाली पड़े पद सब्जेक्ट्स स्वीकृत पद खाली पद संस्कृत 13 10 फाइन आर्ट एंड म्यूजिक 10 08 लॉ 19 11 फिजिक्स 24 17केमिस्ट्री 32 25
मैथमेटिक्स एंड स्टैटिस्टिक्स 18 11 जुलॉजी 18 07 बॉटनी 18 11 नोट - टोटल 366 पद है टीचर्स हैं, जबकि 180 पद खाली पड़े हैं।