GORAKHPUR : नए साल के जश्न में मोबाइल यूजर्स के रंग में जहां भंग पड़ गया वहीं मोबाइल कंपनीज की चांदी रही. अपने फैमिली फ्रेंड्स और रिलेटिव्स को न्यू इयर की विश देने के लिए दिन भर एसएमएस का दौर चला लेकिन उन्हें चार्ज पूरा पे करना पड़ा. हर एसएमएस के बदले यूजर्स को फुल चार्ज पे करना पड़ा. इससे एक तरफ जहां मोबाइल कंपनीज की झोली भरती रही वहीं यूजर्स की जेबें खाली होती रहीं. बावजूद इसके गोरखपुराइट्स ने अपने चाहने वालों को जी खोलकर एसएमएस किया.


सिटी से हुए करोड़ों एसएमएसनए साल की विशेज पर यूं तो मोबाइल कंपनीज के ब्लैक आउट ने ग्रहण लगा रखा था, लेकिन बावजूद इसके सिटी में एसएमएस करने वाले कहीं से पीछे नहीं रहे। कुल मिला कर सिटी से करोड़ों एसएमएस किए गए। बीएसएनएल के फ्रैंचाइजी मैनेजर विवेक श्रीवास्तव की माने तो सिर्फ बीएसएनएल से सिटी में करीब 50 लाख से ज्यादा एसएमएस भेजे गए। वहीं अदर मोबाइल कंपनीज के थ्रू भी खूब मैसेजेज हुए।कॉल को मिला प्रिफरेंस


ब्लैक आउट डेज के मद्देनजर एसएमएस के साथ ही कॉल का भी खूब क्रेज रहा। कुछ यूजर्स ने बजाए एसएमएस के कॉल को प्रिफेंस दिया। इसकी अहम वजह यह थी कि एक एसएमएस के लिए यूजर्स को पूरे एक रुपए पे करने पड़ रहे थे, जबकि कॉल के लिए महज 60 पैसे ही चार्ज हो रहे थे। वहीं कुछ मोबाइल कंपनीज के कॉलिंग टैरिफ भी वर्क कर रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें कॉल के लिए ज्यादा पैसे पे नहीं करने पड़े। सर्वर ने दिया धोखा

वेंस्डे को पूरा दिन मोबाइल सर्वर बिजी रहे। जहां एक एसएमएस भेजने के कई घंटो बाद रिसीव हो रहा था, वहीं दूसरी ओर कॉल करने के लिए यूजर्स को नाकों चने चबाने पड़े। रिलायंस की बात करें तो इसका नेटवर्क पूरी तरह डाउन रहा। रिलायंस यूजर अभिषेक की माने तो पैसे रखने के बावजूद वह एक भी कॉल नहीं कर सके। इसके साथ ही बीएसएनएल में भी यूजर्स को एक कॉल के लिए कई बार नंबर डायल करना पड़ा। कुछ ऐसा ही हाल वोडाफोन का भी रहा।

Posted By: Inextlive