राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक व सहायक वन सरंक्षक क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा सिटी में ऑर्गनाइज की गई. इसके सवालों ने कैंडिडेट्स को खूब उलझाया. क्वेश्चन पेपर सामने आने पर रीजनिंग के क्वेश्चन तो उन्हें बेहद आसान लगे लेकिन जनरल साइंस के सवालों ने उनके पसीने छुड़ा दिए. हिंदी भी आसान लगी. कुछ कैंडिडेट्स ने रीजनिंग के क्वेश्चन को टफ बताया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। जिला प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, पहले पाली का एग्जाम सुबह 9.30 से 11:30 बजे तक चला। जबकि दूसरे पाली की परीक्षा दोपहर 2.30 से शाम 4.30 तक हुई। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर नजर रखने के लिए 16 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 48 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी।2849 कैंडिडेट्स हुए शामिल


लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश प्रयागराज की ओर से ऑर्गनाइज राज्य, प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) व सहायक वन सरंक्षक, क्षेत्रीय वन अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा दो पालियों में ऑर्गनाइज की गई। पहली पाली में जहां 48 केंद्रों पर 22,656 रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में 12,849 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। वहीं 9807 शामिल नहीं हुए। जबकि दूसरे पाली में 12839 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। 9817 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरे पाली में 56.67 प्रतिशत परीक्षार्थी शामिल रहे। एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पालियों के एग्जाम सकुशल संपन्न हुए। किसी भी सेंटर पर कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई।हिंदी के क्वेश्चन काफी आसान लगे। सॉल्व करने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। करेंट अफेयर्स से लेकर अन्य सब्जेक्ट के क्वेश्चन भी सामान्य थे। मैंने तैयारी अपनी जारी रखी थी, इसलिए पेपर कुल मिलाकर अच्छा हुआ है। करुणेश तिवारी, कैंडिडेट

पेपर देने गया तो काफी डरा हुआ था, लेकिन जब फस्र्ट मीटिंग मे हिस्ट्री से पूछे गए सवाल को सॉल्व करना शुरू किया तो टफ लगा। प्राचीन इतिहास से क्वेश्चन आए थे। हालांकि बाकी सब्जेक्ट के क्वेश्चन साल्व आसानी से कर लिया।आलम, कैंडिडेट सुबह के पाली में डर तो लग रहा था, पेपर कैसा आएगा। लेकिन जब सॉल्व करना शुरू की तो यह आसान लगने लगा। रीजनिंग, मैथ्स, हिंदी के क्वेश्चन काफी असान थे, लेकिन जीएस के क्वेश्चन काफी उलझा दिया, उसमें थोड़ा टाइम ज्यादा लग गया। वक्त का भी ध्यान रखना था।शिखा, कैंडिडेटक्वेश्चन पेपर अच्छा था, सारे क्वेश्चन नार्मल आए थे। हिंदी के क्वेश्चन आसान लगे। कुल मिलाकर पेपर मॉडरेट थे। जीएस की प्रीपरेशन मैैंने पिछले छह महीने से कर रही थी, फिर भी जीएस का पेपर टफ लगा। ओवर ऑल एग्जामिनेशन अच्छा गया है।निधि यादव, कैंडिडेट

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