स्वॉट हिट, तो सक्सेज फिक्स
- स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज में ऑर्गनाइज हुआ Indian Intelligence Test प्रेजेंट्स कॅरियर पाथ इवेंट
- स्टूडेंट्स की क्वेरीज हुई सॉल्व, मिले कॅरियर की सही राह चुनने के टिप्सGORAKHPUR: स्वॉट यानी स्ट्रेंथ, वीकनेस, ऑपच्र्युनिटी और ट्रस्ट। अगर आप इन चार वर्ड्स के मायने पर खरे उतरते हैं, तो सफलता निश्चित तौर पर आपके कदम चूमेगी। हमेशा अपने दिल की सुनो, किसी के दबाव में आकर फैसला न लो' कॅरियर से जुड़े ऐसे ढेरों सजेशन और ऑप्शन के साथ मन में उमड़ रहे सवालों के जबाव सोमवार को स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज सूरजकुंड में स्टूडेंट्स को मिले। मौका था इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट कॅरियर पाथ इवेंट का, जिसमें आई नेक्स्ट की ओर से स्कूल में पहुंचे कॅरियर एक्सपर्ट्स ने स्टूडेंट्स को सही कॅरियर चुनने की राह दिखाई। इस दौरान स्टूडेंट्स को उनके मन में उमड़ रहे सवालों के जवाब भी मिले। प्रोग्राम में बतौर स्पेशलिस्ट डीडीयूजीयू इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रो। अजय कुमार शुक्ला और मेधा क्लासेज की कॅरियर काउंसलर स्वाती सिंह ने स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम सॉल्व की। प्रोग्राम का संचालन आई नेक्स्ट के एडिटोरियल हेड दीपक मिश्रा ने किया, जबकि वोट ऑफ थैंक्स स्कूल की स्नेहिता मैम ने दिया।
एटीट्यूड है जरूरीसक्सेज के लिए हार्ड वर्क, विल पॉवर, कॉन्फिडेंस इन सब चीजों का होना काफी जरूरी है। मगर एटीट्यूड अगर कम हो तो सक्सेज की राह मुश्किल हो सकती है। अगर आप इन सभी वर्ड्स में यूज होने वाले लेटर्स की प्लेस वैल्यु फिल कर उसका टोटल करें, तो किसी में 100 परसेंट नहीं मिलेगा, लेकिन एटीट्यूड का टोटल किया जाए, तो वह 100 परसेंट ही होगा। इसलिए अगर एटीट्यूड पॉजिटिव है, तो सक्सेज 100 परसेंट मिलेगी।
- प्रो। अजय शुक्ला, प्रोफेसर, डीडीयूजीयू आईडेंटिफाई करें वीकनेस व स्ट्रेंथ स्ट्रेंथ, वीकनेस, ऑपच्र्युनिटी और अपने गोल को अचीव करने के लिए ट्रस्ट, अगर यह चारों खूबियां आपके अंदर मौजूद हैं, तो सफलता निश्चित तौर पर कदम चूमेगी। आपकी जो भी स्ट्रेंथ और वीकनेस हैं, पहले उसे आइडेंटिफाई करने की जरूरत है। इसके बाद जिस सब्जेक्ट में आपका इंटरेस्ट है, उसको कम ही सही लेकिन रेग्युलर पढ़ते हैं। वहीं जिसमें आप वीक हैं, उसपर खास ध्यान दें और बाकी सब्जेक्ट्स के मुकाबले उसे ज्यादा वक्त दें। कई बार ऐसी कंडीशन भी आ जाती है कि पेरेंट्स बच्चों को कुछ कह रहे होते हैं, लेकिन बच्चा कुछ और करना चाहता है, तो जिसमें आपका इंटरेस्ट हो, उसे ही करें। साथ ही अपने पेरेंट्स को भी इसके लिए कनवेंस करें। - स्वाती सिंह, कॅरियर काउंसलर, मेधा क्लासेज डेडिकेशन है जरूरीइन दिनों पढ़ाई भी बिजनेस हो गया है। आज जो लोग सक्सेजफुल हैं, उन्होंने काफी कुर्बानियां दी हैं। अगर आपको भी कुछ करना है तो उसे मन लगाकर कीजिए। सिर्फ सर्टिफिकेट वाले इंजीनियर या डॉक्टर न बनिए। इससे आप तो नुकसान में रहेंगे ही साथ ही उसको भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिसने आप पर भरोसा किया है। आज के दौर में डिग्री मिलना काफी आसान हो गया है, लोग फॉरेन जाते हैं और पैसा देकर डिग्री लेकर चले आते हैं। ऐसी डिग्री लेने से क्या फायदा है। यह वक्त मेहनत करने का है, यह कभी लौटकर नहीं आने वाला है। स्कूल आकर टाइमपास करने से सिर्फ डिग्री मिल सकती है, लेकिन एजुकेशन हासिल करने के लिए उसके लिए डेडिकेशन काफी जरूरी है।
- राजीव गुप्ता, डायरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज कॉन्फिडेंस से आगे बढि़एअगर आपमें कॉन्फिडेंस हैं कि जो आप करने जा रहे हैं, वह बिल्कुल सही है। जो कॅरियर आप चुनना चाहते हैं, उसमें आप बेस्ट परफॉर्मेस दे सकते हैं, तो निश्चित तौर पर उसी कॅरियर को चुनने की जरूरत है। जिस चीज में इंटरेस्ट होता है, अगर वह काम किया जाए तो उसका रिजल्ट काफी अच्छा आता है। आप अपने सेलेक्शन को लेकर पैशनेट और कॉन्फिडेंस हैं, तो उस राह को चुनिए। अगर आप किसी कॅरियर को किसी के दबाव या किसी को खुश करने के लिए सेलेक्ट कर रहे हैं, तो आप उसमें कुछ दिन तक अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं, लेकिन फ्यूचर में आपको इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- अपनीत गुप्ता, प्रिंसिपल स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज जान्हवी - मैं इंडियन फॉरेन सर्विस में जाना चाहती हूं? इसके लिए मुझे क्या करना होगा? प्रो। अजय शुक्ला - अभी आप 11वीं में हैं। सबसे पहले अपने इंटरमीडिएट पर फोकस करें। जब ग्रेजुएशन लेवल पर पहुंचें, तो अपने इंटरेस्ट के मुताबिक सब्जेक्ट्स का सेलेक्शन करें। साथ ही जनरल स्टडीज को मजबूत करें। इसके बाद ऑप कॉम्प्टीशन में बैठेंगी, तो निश्चित सफलता मिलेगी। स्वप्निल यादव - हमें अपनी इंटरनल पॉवर को जानने के लिए क्या करना होगा? स्वाती सिंह - इसके लिए आपको सबसे पहले खुद की स्ट्रेंथ और वीकनेस को आइडेंटिफाई करना होगा। वीकनेस पर फोकस कर, उसे दूर करना होगा और स्ट्रेंथ को और मजबूत करना होगा। जिस सब्जेक्ट पर पकड़ है, उसे रेग्युलर स्टडी करें और जो सब्जेक्ट वीक है, उसको ज्यादा समय दें। राजवंश गुप्ता - लॉ करने के बाद क्या कॅरियर ऑप्शन हैं?स्वाती सिंह - लॉ करने के बाद आम तौर पर लोग ज्यूडिशरी सेक्शन में ही जाना पसंद करते हैं। इसके अलावा भी आपके पास कई ऑप्शन हैं। जैसे किसी कंपनी में आप बतौर लीगल एडवाइजर काम कर सकते हैं, साथ ही सीए भी कर सकते हैं। वहीं सिविल सर्विसेज के ऑप्शन तो हर स्ट्रीम के लिए ओपन हैं।
हेबा - मुझे इकोनॉमिक्स और इंग्लिश में काफी इंटरेस्ट हैं। मेरे लिए क्या-क्या कॅरियर ऑप्शन हो सकते हैं? प्रो। अजय शुक्ला - पहले आप अपने बोर्ड एग्जाम की तैयारी करें और उसपर ही फोकस रखें। इसके बाद आप ग्रेजुएशन में अपने फेवरेट सब्जेक्ट सेलेक्ट कर सिविल सर्विसेज में जा सकती हैं। इसके साथ ही अगर आप चाहें तो इसके लिए टीचिंग ऑप्शन भी ओपन हैं। यूजीसी की ओर से कंडक्ट की जाने वाले नेट एग्जाम या पीएचडी कर आप टीचिंग प्रोफेशन भी अपना सकती हैं। सौम्या वर्मा - अगर मैं सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हूं, तो क्या मुझे वही सब्जेक्ट चूज करने पड़ेंगे, जो मैंने ग्रेजुएशन के दौरान लिए थे, या फिर दूसरा ऑप्शन मेरे पास है? स्वाती सिंह - नहीं यह बिल्कुल जरूरी नहीं है। आप किसी भी सब्जेक्ट्स को लेकर इसकी तैयारी कर सकती हैं। हां लेकिन यूजी लेवल पर उन्हीं सब्जेक्ट्स को सेलेक्ट करें जिनको लेकर आपको आगे कॉम्प्टीशन में बैठना है। इससे आपको दोहरी मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। ग्रेजुशन लेवल पर बेसिक चीजें बताई जाती हैं, जो आगे भी काम देती हैं। लेकिन अगर नया सब्जेक्ट लिया जाए, तो उसकी नए सिरे से तैयारी करनी पड़ती है। सचिन मौर्या - मुझे अगर इंडियन इकोनॉमिक्स सर्विसेज में जाना है, तो इसके लिए मुझे क्या करना होगा? डॉ। अजय शुक्ला - आईईएस हो, आईएएस या फिर कोई दूसरा कॉम्प्टीटिव एग्जाम, इसमें जाने के लिए सबसे पहले आपकी जनरल नॉलेज बेहतर होनी चाहिए। इसको मजबूत करने के लिए इंग्लिश और हिंदी का न्यूजपेपर रेग्युलर पढ़ें। साथ ही आजकल इंटरनेट का जमाना है, तो इसका भी इस्तेमाल करें और नेट पर मौजूद डाटा बैंक और वीडियोज का भी इस्तेमाल खुद को अपडेट रखने के लिए करें, सब्जेक्ट पर भी पकड़ होनी चाहिए।