-दूसरी सूची में जिले के एक विधानसभा के साथ चार अन्य प्रत्याशियों की घोषणा

- सूची जारी होने के कुछ देर बाद हियुवा के प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री बर्खास्त

GORAKHPUR: हिन्दू युवा वाहिनी में शुक्रवार से शुरू हुई टकराव की स्थिति रविवार को चरम पर पहुंच गई। एक तरफ जहां हिंयुवा के संरक्षक योगी आदित्यनाथ की चेतावनी के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह ने रविवार को अपनी पांच प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इसके तुरंत बाद संरक्षक योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश संयोजक राकेश राय व ई। पीके मल्ल ने प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह व महामंत्री रामलक्ष्मण को पद से बर्खास्त कर दिया।

11 सीटों पर घोषित कर चुका है प्रत्याशी

दूसरी लिस्ट में गोरखपुर जिले के चौरीचौरा विधानसभा से दीपक जायसवाल दीपू, बस्ती जिले के रूधौली विधानसभा से विचित्र मणि पांडेय, मेहदावल रमेश कुमार, आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर से हरवंश मिश्रा और झांसी सदर से अरविंद वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है।

प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह ने बताया कि यह सदर सांसद व गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के सम्मान की लड़ाई है। इसमें हर तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार है। वहीं, इसके पहले शुक्रवार को कुशीनगर जिले के खड्डा विधानसभा से अजय गोविंद राव शिशु, पडरौना से राजन जायसवाल, कुशीनगर से राजेश्वर सिंह, महराजगंज जिले के सिसवां से ज्योतिश मणि त्रिपाठी, परियरा से सतीश सिंह व फरेंद्रा से जितेंद्र शर्मा को प्रत्याशी घोषित कर चुका है।

संगठन के आचरण के विरूद्ध, होगी कार्रवाई

भाजपा के खिलाफ हियुवा की बगावत के बाद कार्रवाई भी शुरू हो गई है। दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद हियुवा के प्रदेश संयोजक डॉ। राकेश राय व प्रदेश कार्यालय प्रभारी ई। पीके मल्ल ने सुनील सिंह और रामलक्ष्मण को पद से बर्खास्त कर दिया। बर्खास्तगी की जानकारी देते हुए दोनों पदाधिकारियों ने बताया कि सुनील सिंह और राम लक्ष्मण संगठन के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। यह संगठन के संविधान के खिलाफ है। इन दोनों पदाधिकारियों को चेतावनी देने के बाद भी सुधार नहीं आने पर मुख्य संरक्षक योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बर्खास्त किया गया है।

वर्जन

हमलोगों की बर्खास्तगी असंवैधानिक है। कार्रवाई करने से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था। हमलोगों को कोई नोटिस नहीं दिया गया है। हिन्दू युवा वाहिनी के संविधान में एक कोर कमेटी गठित होती है, जो अनुशासन समिति का गठन करती है। अनुशासन समिति कार्रवाई करने से पहले नोटिस देती है। इस संबंध में कानूनी राय ले रहा हूं। जरूरत पड़ी तो पीके मल्ल पर केस करूंगा।

सुनील सिंह

Posted By: Inextlive