GORAKHPUR: इन दिनों गोरखपुराइट्स को एक मोबाइल मैसेज ने परेशान कर रखा है। यह मैसेज सिटी की डिफरेंट गैस एजेंसी दे रही है। कुछ तो इस मैसेज से इस कदर डर गए हैं कि वे दिन रात गैस एजेंसी के चक्कर लगा रहे हैं। वहां पर जाकर उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को फॉर्म की उलझन से भी रूबरू होना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं के मन में कई सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उन्हें उनके सवालों का जवाब नहींमिल रहे हैं। इस समस्या को लेकर आई नेक्स्ट के रीडर्स के फोन लगातार आ रहे थे। वे फॉर्म और सब्सिडी को लेकर काफी कंफ्यूज थे। गैस कंज्यूमर्स की इसी समस्या का समाधान करने के लिए आई नेक्स्ट ने पूरे मामले की पड़ताल की। आखिर क्या है माजरा? और कैसे पूरी करें सब्सिडी पाने की प्रक्रिया? आज आई नेक्स्ट गैस सब्सिडी और डीबीटीएल योजना को लेकर आपकी सारी आशंकाओं और जिज्ञासाओं को शांत करेगा।

क्या है डीबीटीएल योजना?

डीबीटीएल (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर एलपीजी) योजना

1 जनवरी 2015 से लागू होने जा रही है। इस योजना के तहत एलपीजी पर मिलने वाली सब्सिडी को कंज्यूर्स को बैंक खाते में डाला जाएगा। इसके लिए सभी उपभोक्ताओं को बैंक व गैस दफ्तर में निर्धारित फार्मो में अपनी डिटेल्स व बैंक खाता नंबर जमा करना है।

-जिनके पास आधार नंबर है, उन्हें फॉर्म नंबर एक बैंक में और फार्म नंबर दो अपनी गैस एजेंसी के कार्यालय पर जमा करना है।

-जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, वे फॉर्म नंबर तीन बैंक में और फार्म नंबर चार गैस एजेंसी के ऑफिस में जमा कर दें।

फॉर्म की उलझन में फंसे गोरखपुराइट्स

सब्सिडी पाने के लिए गोरखपुराइट्स गैस एजेंसियों पर फॉर्म को लेकर उलझन में हैं। सभी फॉर्म गैस एजेंसी पर निशुल्क उपलब्ध है। इसके अलावा गैस एजेंसी होम डिलीवरी वाले उपभोक्ताओं के पास फॉर्म भेज रही हैं।

गोरखपुर में आईओसी के फील्ड ऑफिसर्स आलोक चौधरी की मानें तो फॉर्म जमा करने के लिए अंतिम तिथि 15 जनवरी है।

क्या क्या ले जाए फॉर्म के साथ

- गैस पास बुक की फोटो कापी (स्व प्रमाणित)

- आवास प्रमाण पत्र (स्व प्रमाणित)

- एसवी पेपर (गैस कनेक्शन की फोटो कापी)

- आधार कार्ड की फोटो कापी (स्व प्रमाणित)

- बैक पास बुक की फोटो कापी (स्व प्रमाणित) या जिस बैंक में खाता है उसका एक कैसिल्ड चेक।

डीबीटीएल फॉर्म भरने का सही तरीका

- फॉर्म को अंग्रेजी के कैपिटल लेटर में ही भरें।

- आधार कार्ड होने पर फार्म संख्या 1 और 2 भरें।

- आधार कार्ड न होने पर फार्म संख्या 4 भरें।

- 17 अंक का यूनिक आईडी प्राप्त करने के लिए गैस पासबुक के साथ गैस एजेंसी से संपर्क करें या इन दिनों गोरखपुराइट्स को एक मोबाइल मैसेज ने परेशान कर रखा है। यह मैसेज सिटी की डिफरेंट गैस एजेंसी दे रही है। कुछ तो इस मैसेज से इस कदर डर गए हैं कि वे दिन रात गैस एजेंसी के चक्कर लगा रहे हैं। वहां पर जाकर उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को फॉर्म की उलझन से भी रूबरू होना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं के मन में कई सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उन्हें उनके सवालों का जवाब नहींमिल रहे हैं। इस समस्या को लेकर आई नेक्स्ट के रीडर्स के फोन लगातार आ रहे थे। वे फॉर्म और सब्सिडी को लेकर काफी कंफ्यूज थे। गैस कंज्यूमर्स की इसी समस्या का समाधान करने के लिए आई नेक्स्ट ने पूरे मामले की पड़ताल की। आखिर क्या है माजरा? और कैसे पूरी करें सब्सिडी पाने की प्रक्रिया? आज आई नेक्स्ट गैस सब्सिडी और डीबीटीएल योजना को लेकर आपकी सारी आशंकाओं और जिज्ञासाओं को शांत करेगा।

क्या है डीबीटीएल योजना?

डीबीटीएल (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर एलपीजी) योजना

क् जनवरी ख्0क्भ् से लागू होने जा रही है। इस योजना के तहत एलपीजी पर मिलने वाली सब्सिडी को कंज्यूर्स को बैंक खाते में डाला जाएगा। इसके लिए सभी उपभोक्ताओं को बैंक व गैस दफ्तर में निर्धारित फार्मो में अपनी डिटेल्स व बैंक खाता नंबर जमा करना है।

-जिनके पास आधार नंबर है, उन्हें फॉर्म नंबर एक बैंक में और फार्म नंबर दो अपनी गैस एजेंसी के कार्यालय पर जमा करना है।

-जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, वे फॉर्म नंबर तीन बैंक में और फार्म नंबर चार गैस एजेंसी के ऑफिस में जमा कर दें।

फॉर्म की उलझन में फंसे गोरखपुराइट्स

सब्सिडी पाने के लिए गोरखपुराइट्स गैस एजेंसियों पर फॉर्म को लेकर उलझन में हैं। सभी फॉर्म गैस एजेंसी पर निशुल्क उपलब्ध है। इसके अलावा गैस एजेंसी होम डिलीवरी वाले उपभोक्ताओं के पास फॉर्म भेज रही हैं।

गोरखपुर में आईओसी के फील्ड ऑफिसर्स आलोक चौधरी की मानें तो फॉर्म जमा करने के लिए अंतिम तिथि क्भ् जनवरी है।

क्या क्या ले जाए फॉर्म के साथ

- गैस पास बुक की फोटो कापी (स्व प्रमाणित)

- आवास प्रमाण पत्र (स्व प्रमाणित)

- एसवी पेपर (गैस कनेक्शन की फोटो कापी)

- आधार कार्ड की फोटो कापी (स्व प्रमाणित)

- बैक पास बुक की फोटो कापी (स्व प्रमाणित) या जिस बैंक में खाता है उसका एक कैसिल्ड चेक।

डीबीटीएल फॉर्म भरने का सही तरीका

- फॉर्म को अंग्रेजी के कैपिटल लेटर में ही भरें।

- आधार कार्ड होने पर फार्म संख्या क् और ख् भरें।

- आधार कार्ड न होने पर फार्म संख्या ब् भरें।

- क्7 अंक का यूनिक आईडी प्राप्त करने के लिए गैस पासबुक के साथ गैस एजेंसी से संपर्क करें या http://mylpg.in/http://mylpg.in/ पर जाकर फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।

-सबसे जरूरी बात, फॉर्म पर वही हस्ताक्षर करें जो आपने में बैंक में किया है।

ऑन लाइन से पकड़े जाएंगे फर्जी कनेक्शन

जिन उपभोक्ता के नाम पर एक से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन हैं, उन्हें ऑनलाइन सिस्टम होने के बाद आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। पूरे भारत में सब्सिडी गैस कनेक्शन को ऑन लाइन किया जा रहा हैं। चेकिंग में पकड़े जाने पर उनका कनेक्शन कैंसिल भी हो सकता हैं।

क्या मिलेगा डीबीटीएल का फायदा?

जो उपभोक्ता इस फॉर्म को भरकर डिटेल देता है उसे 17 अंक यूनिक आईडी मिलेगा। इसके तहत गैस बुकिंग के दौरान जब सिलेंडर लेंगे तो 15 से 20 दिन के अंतराल में सब्सिडी का पैसा उपभोक्ता के खाते में आ जाएगा। अगर उपभोक्ता फॉर्म नहीं भरते है तो उन्हें सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा भी फॉर्म नंबर 5 और 6 हैं। जिसे सब्सिडी न लेने के लिए भरा जा रहा है।

गैस एजेंसियों को सब्सिडी फॉर्म भरवाने के लिए 15 जनवरी तक टारगेट दिया गया है, ताकि 90 प्रतिशत उपभोक्ताओं को सब्सिडी का लाभ मिल सके। हालांकि इसकी डेडलाइन मार्च 2015 मंथ है। बुकिंग और डिलीवरी के साथ ही उपभोक्ता के एकाउंट में सब्सिडी का पैसा ट्रांसफर हो जाएगा। किन्हीं हालत में एकाउंट में पैसा नहीं आता है तो उपभोक्ता अपने डिस्टिब्यूटर से मिले। सुनवाई न होने की दशा में उपभोक्ता आईओसी में भी शिकायत कर सकते हैं।

आलोक चौधरी, फील्ड ऑफिसर्स, आईओसी

गैस कंपनियां मैसेज के द्वारा सब्सिडी फॉर्म भरने को लेकर लोगों को अवेयर कर रही हैं। उपभोक्ता सब्सिडी फॉर्म जमा करने के लिए जुट रहे हैं। आधार कार्ड होने और न होने की दशा में अलग-अलग फॉर्म गैस एजेंसी में ही उपलब्ध हैं। इसे गैस एजेंसी उपभोक्ताओं मुफ्त दे रही हैं। इसके अलावा होम डिलीवरी के दौरान भी हॉकरों से उपभोक्ताओं के घर फॉर्म पहुंचाया जा रहा है।

लल्लन सिंह, डिस्ट्रीब्यूटर, गोरखपुर ट्रेडिंग कंपनी

आपके सवालों के जवाब

जिनके पास आधार कार्ड है, वै कौन सा फॉर्म जमा करें और क्या डाक्यूमेंट्स सबमिट करें?

-ऐसे लोगों को फॉर्म एक भर कर अपने संबंधित बैंक में जमा करना है और इसके साथ आधार कार्ड की फोटो कॉपी देनी है और फॉर्म दो गैस एजेंसी में जमा करना होगा। इसके साथ ब्लू बुक की फोटो कॉपी या कैश मेमो की कॉपी और आधार कार्ड में अंकित पता और जहां पर गैस की डिलिवरी होती है, उसमें अंतर होता है, तो ऐसी स्थिति में प्रूफ ऑफ एड्रेस देना जरूरी है। इसमें ग्राहक आधार लेटर, लीज एग्रीमेंट, टेलीफोन या इलेक्ट्रिसिटी बिल या अन्य यूटिलिटी बिल, सेल्स डिकलेरेशन (अटेस्टेड बाइ गैजेटेड ऑफिसर), फ्लैट एलॉटमेंट या पजेशन लेटर, एलआइसी पॉलिसी, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी, पासपोर्ट, राशन कार्ड, हाउस रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट में से कोई भी एक दे सकते हैं। साथ ही इसमें 17 अंकों का एलपीजी आइडी देना जरूरी है।

सवाल : जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, उन्हें कौन-सा फॉर्म भरना है और इसके साथ क्या डॉक्यूमेंट देना है?

जवाब : जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, वे अपने एकाउंट नंबर के माध्यम से फॉर्म तीन भर कर बैंक के पास जमा करें। इसके साथ ब्लू बुक की फोटो कॉपी देनी है। जो ग्राहक बैंक नहीं जाना चाहते हैं, वे फॉर्म चार भर कर अपने गैस एजेंसी में जमा करेंगे। इसके साथ ग्राहक बैंक पासबुक का फोटो कॉपी या बैंक का कैंसल चेक दे सकते हैं। इसमें 17 अंकों का एलपीजी आइडी देना जरूरी होगा।

-एलपीजी आइडी 17 अंकोंवाला कहां से मिलेगा?

इस नंबर की जानकारी मैसेज के माध्यम से उपभोक्ताओं को दी जा रही है या संबंधित गैस एजेंसी से भी ले सकते हैं। इसके अलावा द्धह्लह्लश्च://द्व4द्यश्चद्द.द्बठ्ठ/ पर जाकर संबंधित गैस कंपनी पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको फाइंड योर एलपीजी आइडी पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको एजेंसी का नाम और कंज्यूमर नंबर डालना होगा। इसके बाद आपको 17 अंकों वाली एलपीजी आइडी का पता चल जायेगा।

कहां से मिलेगा फॉर्म 1, 2, 3 या 4?

- ये फॉर्म आप अपनी गैस एजेंसी के ऑफिस से निशुल्क ले सकते हैं। इसके अलावा वेबसाइट पर जाकर फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।

-सबसे जरूरी बात, फॉर्म पर वही हस्ताक्षर करें जो आपने में बैंक में किया है।

ऑन लाइन से पकड़े जाएंगे फर्जी कनेक्शन

जिन उपभोक्ता के नाम पर एक से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन हैं, उन्हें ऑनलाइन सिस्टम होने के बाद आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। पूरे भारत में सब्सिडी गैस कनेक्शन को ऑन लाइन किया जा रहा हैं। चेकिंग में पकड़े जाने पर उनका कनेक्शन कैंसिल भी हो सकता हैं।

क्या मिलेगा डीबीटीएल का फायदा?

जो उपभोक्ता इस फॉर्म को भरकर डिटेल देता है उसे क्7 अंक यूनिक आईडी मिलेगा। इसके तहत गैस बुकिंग के दौरान जब सिलेंडर लेंगे तो क्भ् से ख्0 दिन के अंतराल में सब्सिडी का पैसा उपभोक्ता के खाते में आ जाएगा। अगर उपभोक्ता फॉर्म नहीं भरते है तो उन्हें सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा भी फॉर्म नंबर भ् और म् हैं। जिसे सब्सिडी न लेने के लिए भरा जा रहा है।

गैस एजेंसियों को सब्सिडी फॉर्म भरवाने के लिए क्भ् जनवरी तक टारगेट दिया गया है, ताकि 90 प्रतिशत उपभोक्ताओं को सब्सिडी का लाभ मिल सके। हालांकि इसकी डेडलाइन मार्च ख्0क्भ् मंथ है। बुकिंग और डिलीवरी के साथ ही उपभोक्ता के एकाउंट में सब्सिडी का पैसा ट्रांसफर हो जाएगा। किन्हीं हालत में एकाउंट में पैसा नहीं आता है तो उपभोक्ता अपने डिस्टिब्यूटर से मिले। सुनवाई न होने की दशा में उपभोक्ता आईओसी में भी शिकायत कर सकते हैं।

आलोक चौधरी, फील्ड ऑफिसर्स, आईओसी

गैस कंपनियां मैसेज के द्वारा सब्सिडी फॉर्म भरने को लेकर लोगों को अवेयर कर रही हैं। उपभोक्ता सब्सिडी फॉर्म जमा करने के लिए जुट रहे हैं। आधार कार्ड होने और न होने की दशा में अलग-अलग फॉर्म गैस एजेंसी में ही उपलब्ध हैं। इसे गैस एजेंसी उपभोक्ताओं मुफ्त दे रही हैं। इसके अलावा होम डिलीवरी के दौरान भी हॉकरों से उपभोक्ताओं के घर फॉर्म पहुंचाया जा रहा है।

लल्लन सिंह, डिस्ट्रीब्यूटर, गोरखपुर ट्रेडिंग कंपनी

आपके सवालों के जवाब

जिनके पास आधार कार्ड है, वै कौन सा फॉर्म जमा करें और क्या डाक्यूमेंट्स सबमिट करें?

-ऐसे लोगों को फॉर्म एक भर कर अपने संबंधित बैंक में जमा करना है और इसके साथ आधार कार्ड की फोटो कॉपी देनी है और फॉर्म दो गैस एजेंसी में जमा करना होगा। इसके साथ ब्लू बुक की फोटो कॉपी या कैश मेमो की कॉपी और आधार कार्ड में अंकित पता और जहां पर गैस की डिलिवरी होती है, उसमें अंतर होता है, तो ऐसी स्थिति में प्रूफ ऑफ एड्रेस देना जरूरी है। इसमें ग्राहक आधार लेटर, लीज एग्रीमेंट, टेलीफोन या इलेक्ट्रिसिटी बिल या अन्य यूटिलिटी बिल, सेल्स डिकलेरेशन (अटेस्टेड बाइ गैजेटेड ऑफिसर), फ्लैट एलॉटमेंट या पजेशन लेटर, एलआइसी पॉलिसी, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी, पासपोर्ट, राशन कार्ड, हाउस रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट में से कोई भी एक दे सकते हैं। साथ ही इसमें क्7 अंकों का एलपीजी आइडी देना जरूरी है।

सवाल : जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, उन्हें कौन-सा फॉर्म भरना है और इसके साथ क्या डॉक्यूमेंट देना है?

जवाब : जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, वे अपने एकाउंट नंबर के माध्यम से फॉर्म तीन भर कर बैंक के पास जमा करें। इसके साथ ब्लू बुक की फोटो कॉपी देनी है। जो ग्राहक बैंक नहीं जाना चाहते हैं, वे फॉर्म चार भर कर अपने गैस एजेंसी में जमा करेंगे। इसके साथ ग्राहक बैंक पासबुक का फोटो कॉपी या बैंक का कैंसल चेक दे सकते हैं। इसमें क्7 अंकों का एलपीजी आइडी देना जरूरी होगा।

-एलपीजी आइडी क्7 अंकोंवाला कहां से मिलेगा?

इस नंबर की जानकारी मैसेज के माध्यम से उपभोक्ताओं को दी जा रही है या संबंधित गैस एजेंसी से भी ले सकते हैं। इसके अलावा द्धह्लह्लश्च://द्वब्द्यश्चद्द.द्बठ्ठ/ पर जाकर संबंधित गैस कंपनी पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको फाइंड योर एलपीजी आइडी पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको एजेंसी का नाम और कंज्यूमर नंबर डालना होगा। इसके बाद आपको क्7 अंकों वाली एलपीजी आइडी का पता चल जायेगा।

कहां से मिलेगा फॉर्म क्, ख्, फ् या ब्?

- ये फॉर्म आप अपनी गैस एजेंसी के ऑफिस से निशुल्क ले सकते हैं। इसके अलावा वेबसाइट http://mylpg.in//http://mylpg.in// से डाउनलोड कर सकते हैं।

सब्सिडी रेट पर कब तक गैस मिलेगी?

-फ्क् मार्च, ख्0क्भ् तक जिन ग्राहकों ने फॉर्म नहीं भरा है, उन ग्राहकों को सब्सिडी रेट पर गैस मिलती रहेगी।

फ्क् मार्च, ख्0क्भ् के बाद भी फॉर्म नहीं भरने पर क्या सब्सिडी रेट पर गैस मिलेगी?

-नहीं, इसके बाद सभी को मार्केट रेट पर गैस खरीदनी होगी।

एक अप्रैल, ख्0क्भ् के बाद फिर मौका मिलेगा?

-एक अप्रैल से फ्0 जून, ख्0क्भ् तक फॉर्म नहीं भरने पर उपभोक्ताओं की सब्सिडी का पैसा कंपनी के पास जमा रहेगा। इस अवधि के बीच फॉर्म भर लेने पर सब्सिडी का पैसा मिलेगा। अन्यथा यह पैसा लैप्स कर जायेगा।

-अगर समय पर सब्सिडी का पैसा खाते में न आए तो क्या करें?

इसके लिए आप बैंक से सीधा संपर्क कर सकते हैं। फिर यूआईडीएआई के लोकल कार्यालय में जाकर इसकी शिकायत कर सकते हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय इस तरह की शिकायतों को निपटाने के लिए ऑनलाइन सेवा भी शुरू करेगा। इसके अलावा अपभोक्ता अपने डिस्टिब्यूटर से मिल कर शिकायत कर सकते हैं। अगर उनकी बात नहींसुनी जाती है तो वे आईओसी में भी शिकायत कर सकते हैं।

Posted By: Inextlive